तहसीलदार पर किसान के साथ बदसलूकी का आरोप
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात एक तहसीलदार और किसान के बीच बृहस
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात एक तहसीलदार और किसान के बीच बृहस्पतिवार को टेलीफोन पर हुई बातचीत में विवाद हो गया। किसान का आरोप है कि टेलीफोन पर तहसीलदार ने बदतमीजी और गाली-गलौच की। किसान जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए प्राधिकरण आया था। किसान का आरोप है कि उसे आते देख तहसीलदार जानबूझकर अपने कार्यालय से बाहर चले गए। टेलीफोन पर तहसीलदार संजय सिंह से बात की तो वह भड़क उठे। टेलीफोन पर हुई बातचीत में तहसीलदार ने किसान का मुंह तोड़ने और जमीन पर पटक कर मारने की धमकी दी।
फूलपुर गांव के किसान रघुराज की खसरा नंबर 136 पर जमीन है। यह जमीन 105 मीटर चौड़ी सड़क में जा रही है। प्राधिकरण ने सीधे जमीन बेचने का प्रस्ताव किसान को दिया था। प्राधिकरण ने रघुराज के बड़े भाई के हिस्से की जमीन छह माह पहले खरीद ली। रघुराज के हिस्से की जमीन का तीन माह पहले प्रकाशन कराया गया था, लेकिन अभी तक उसकी रजिस्ट्री नहीं की गई है। जबकि, प्रकाशन के आठ दिन बाद जमीन की रजिस्ट्री कराने का प्रावधान है। प्रकाशन के बाद लंबे समय तक जमीन की रजिस्ट्री न करने की शिकायत दो बार समाधान दिवस में भी की गई। आरोप है कि रजिस्ट्री कराने के लिए रघुराज बृहस्पतिवार को प्राधिकरण आया तो तहसीलदार अपने कार्यालय से बाहर चले गए। फोन करने पर किसान के साथ गाली-गलौच कर मारपीट की धमकी दी। इस मामले की शिकायत एसीईओ हरीश कुमार वर्मा से की गई है। उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं तहसीलदार संजय सिंह का कहना है कि मेरी किसान रघुराज से टेलीफोन पर कोई बात नहीं हुई। गजेंद्र तौंगड नाम के एक युवक ने जमीन की रजिस्ट्री की बाबत टेलीफोन किया था। युवक पहले किसान को अपना पिता बता रहा था, जबकि युवक और किसान का कोई संबंध नहीं है। बावजूद इसके युवक रजिस्ट्री के लिए दबाव बना रहा था। जबकि, किसान कभी भी मेरे पास रजिस्ट्री के लिए नहीं आया। मैंने युवक से फोटो आइकार्ड लाने को कहा तो युवक टेलीफोन पर मुझसे गलत व्यवहार करने लगा। गुस्से में मेरे मुंह से भी अपशब्द निकल गए। किसान के साथ मैंने कोई दुर्व्यवहार नहीं किया।