यूपीटीयू की राजनीति में फंसा कापियों का मूल्यांकन
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय की राजनीति छात्रों के भविष्य पर भ
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा:
उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय की राजनीति छात्रों के भविष्य पर भारी पड़ सकती है। यूपीटीयू में मची आंतरिक कलह का परिणाम है कि संबंधित अधिकारी सेमेस्टर परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन को लेकर गंभीर नहीं हैं। परीक्षा समाप्त हुए लगभग एक माह का समय पूरा होने वाला है। लेकिन जांच के लिए लखनऊ जाने की बजाए कापियां परीक्षा का नोडल केंद्र बनाए गए आइइसी कालेज में ही रखी हुई हैं।
यूपीटीयू की सेमेस्टर परीक्षा 17 जनवरी को समाप्त हो गई थी। पूर्व में यूपीटीयू का नियम था कि एक परीक्षा समाप्त होने के दो से तीन दिन बाद ही कापियों को लखनऊ भेज दिया जाता था। वहां से जांचने के लिए विषयवार कापियों को अलग-अलग स्थानों पर भेजा जाता था लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब परीक्षा समाप्त होने के लगभग एक माह भी कापियां नोडल केंद्र पर ही धूल फांक रही हैं। नॉलेज पार्क के कालेजों में पढ़ाने वाले वरिष्ठ प्रोफेसरों की मानें तो पूर्व में परीक्षा के तीन सप्ताह बाद तक परीक्षा परिणाम घोषित होने की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी लेकिन अभी तक कापियां गई नहीं हैं। ऐसे में आशंका है कि मूल्यांकन शुरू होने में अभी एक-दो सप्ताह का समय और लग सकता है। प्रोफेसरों का कहना है कि यूपीटीयू के विभिन्न पदों पर तैनात लोगों में आंतरिक कलह मची हुई है। लोग एक-दूसरे को हटाने के लिए अपने-अपने स्तर से प्रयास में जुटे हैं।
कापियों के मूल्यांकन को लेकर योजना बना ली गई है। मूल्यांकन जल्द शुरू हो जाएगा। छात्रों का परीक्षा परिणाम समय पर जारी कर दिया जाएगा।
-आरके खंडाल, वाइस चांसलर, यूपीटीयू।