सुविधा के साथ ही इंटरनेट से बढ़ रहा अपराध: डा. जयशंकर
जागरण संवाददाता, नोएडा: इंटरनेट ने जहां एक ओर लोगों के जीवन को आसान बनाया है, वहीं दूसरी तरफ इसक
जागरण संवाददाता, नोएडा:
इंटरनेट ने जहां एक ओर लोगों के जीवन को आसान बनाया है, वहीं दूसरी तरफ इसकी वजह से अपराधों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। जिसके ज्यादातर शिकार युवा इंटरनेट यूजर्स हो रहे हैं। यह बातें तमिलनाडु के मनोमनि सुंदरनर विश्वविद्यालय के प्रो डॉ. के. जयशंकर ने कही।
प्रो शंकर बुधवार को एमिटी विवि में छात्रों एवं शिक्षकों को इंटरनेट अपराधों से बचाव हेतु जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि भारत में साइबर स्पेस का उपयोग व्यवसायिक एवं निजी रूप से काफी हो रहा है। इंटरनेट का उपयोग दोधारी तलवार के समान है, जिसमें एक तरफ नये युग का संचार माध्यम है। वहीं दूसरी ओर आपकी निजी सूचनाओं के चोरी का खतरा है। उन्होंने कहा कि भारत में 137 मिलियन लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं और हर 10 में से 7 व्यक्ति मोबाइल के द्वारा इंटरनेट का उपयोग कर रहा है। लगभग 52 फीसद इंटरनेट अपराध का शिकार हुए लोग वायरस, हैकिंग, धोखाधड़ी और चोरी का शिकार होते हैं। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार साइबर अपराध मे पकड़े गये लगभग साठ फीसद लोग 18 से 30 साल की उम्र के होते हैं। इस अवसर पर डा जयशंकर ने इंटरनेट यौन अपराध, साइबर बुलिंग के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों के बारे में जानकारी का अभाव, जलन, स्वार्थ, झूठी समाजिक प्रतिष्ठा आदि के दबाव में, इंटरनेट की खुली हुई प्रकृति, जानकारी एवं सूचनाओं का दुरुपयोग, उत्तेजना पूर्ण वीडियो, बढ़ती मानसिक समस्या, आइटी क्षेत्र का बढ़ते प्रभाव से साइबर अपराध बढ़े हैं।
इस अवसर एमिटी इंस्ट्ीट्यूट ऑफ इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी के निदेशक डा. सुनील खत्री ने डा जयशंकर का स्वागत किया। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी प्रमुख डॉ. जेएस सोढ़ी, एमिटी बिजनेस स्कूल, एमिटी स्कूल ऑफ बिजनेस, एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी, एमिटी इंटरनेट बिजनेस स्कूल, एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोटेक्नोलॉजी, एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ फारेंसिक साइंस सहित अन्य संस्थानों के छात्रों ने हिस्सा लिया।