कोहरे के कारण हरनंदी में गिरी कार, व्यापारी की मौत
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : घने कोहरे के कारण शोरूम मालिक की कार हरनंदी(¨हडन) नदी में गिर गई,जिससे
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : घने कोहरे के कारण शोरूम मालिक की कार हरनंदी(¨हडन) नदी में गिर गई,जिससे उनकी मौत हो गई। घटना रविवार देर रात की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद कार व शव को क्रेन की मदद से बाहर निकलवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि परिजन इस घटना को हादसा मानने को तैयार नहीं हैं। अभी उन्होंने थाने में कोई तहरीर नहीं दी है।
नेहरूनगर द्वितीय के सी-129 निवासी अतुल गुप्ता का राजनगर आरडीसी में एलजी का शोरूम हैं। उनके दो पुत्र अर्पित गुप्ता (26) व अनिकेत गुप्ता (24) शोरूम पर उनके साथ बैठते हैं। रविवार शाम अनिकेत अपने एक दोस्त के साथ इंदिरापुरम स्थित एक होटल में आयोजित पार्टी में शामिल होने कार से गया था। रात करीब साढ़े 11 बजे वह पार्टी से अकेला आइ-10 कार से घर लौट रहा था। वह इंदिरापुरम से कनावनी की तरफ आने वाले मार्ग पर पहुंचा। कोहरे के कारण कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। पीछे आ रहे एक वाहन चालक ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर क्रेन व गोताखोरों की मदद से कई घंटे की मशक्कत के बाद कार को बाहर निकाला। इस दौरान काम में मौजूद अनिकेत की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस इसे हादसा मान रही है जबकि परिजन घटना को संदिग्ध मान रहे हैं। इस संबंध में पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है।
रात 11:15 बजे हुई थी पिता से आखिरी बात
रविवार रात अतुल गुप्ता ने अनिकेत को फोन किया था। अनिकेत ने उनसे कहा कि वह इंदिरापुरम में हैं और घर पहुंच रहा है। इसके बाद कई बार उसका फोन मिलाया गया लेकिन कॉल नहीं लगी। 12 बजे जब घर वालों को चिंता हुई तो वह दूसरी कार से उसे तलाशने के लिए इंदिरापुरम निकले। ¨हडन नहर के पास पहुंचकर उन्हें भीड़ दिखाई दी। पता चला कि एक कार नहर में गिरी है। कार निकलने के बाद उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई।
शादी की चल रही थी बात
अनिकेत के बड़े भाई अर्पित की शादी हो चुकी है। अनिकेत की शादी की बात चल रही थी। फिलहाल उसका रिश्ता तय नहीं हुआ था लेकिन परिजन शादी की तैयारी कर रहे थे।
परिवार में पसरा मातम
अनिकेत की मौत के बाद परिवार में मातम का माहौल है। सुबह सूचना मिलते ही घर पर बड़ी संख्या में पड़ोसी व सगे संबंधी पहुंचने लगे थे। हर कोई परिवार के सदस्यों का ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहा था लेकिन परिवार वालों के आसूं थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
आखिर साथ क्यों नहीं आया दोस्त
अनिकेत अपने एक दोस्त के साथ पार्टी में शरीक होने गया था। इसके बाद अनिकेत अकेला वापस लौट रहा था। दोस्त उसके साथ वापस क्यों नहीं लौटा। इसको लेकर मामला संदिग्ध लग रहा है।