बढ़ने लगी नोएडा की साख
फोटो 22 एनडीपी 38,39 सबहेड-बेंगलुरु के बाद इनफोसिस नोएडा में खोलने जा रहा है रिसर्च एंड डेवलपमेंट
फोटो 22 एनडीपी 38,39
सबहेड-बेंगलुरु के बाद इनफोसिस नोएडा में खोलने जा रहा है रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर
-अगले एक वर्ष में कैंपस तैयार कर कंपनी शुरू कर देगी काम
-नेसकाम ने भी नोएडा में कार्यालय खोला, सैमसंग, मेनटोर ग्राफिक्स, सुमी मदरसन जैसी कंपनियों भी नोएडा में जमीन खरीद कर रही विस्तार
कुंदन तिवारी, नोएडा।
नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा) पर देश के उद्यमियों का किस कदर विश्वास बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दो वर्ष में कई नामी गिरामी कंपनियों ने नोएडा में जमीन खरीद कर अपना विस्तार शुरू कर दिया है। इसमें साफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी इनफोसिस का नाम भी शामिल है, जिसने शहर में एक लाख वर्ग मीटर जमीन खरीद कर बेंगलुरु के बाहर अपना रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर खोलने का फैसला लिया है। यह कंपनी अगले एक वर्ष में कैंपस निर्माण कर कार्य शुरू कर देगी। इस कंपनी को नोएडा जैसी जगह पर जमीन का आवंटन कराने में तनिक भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। एक दिन में ही कंपनी को जमीन का आवंटन प्राधिकरण की ओर से कर दिया गया। यही नहीं नेसकाम ने भी नोएडा में ही अपना कार्यालय खोला है। जो एनसीआर के लिए सबसे अधिक चौकाने वाली बात है। पिछले दिनों सैमसंग ने भी अपनी कंपनी का विस्तार करने के लिए नोएडा पर ही विश्वास जताया है और प्राधिकरण से जमीन का आवंटन कराया है। इसके अलावा पहले से ही फेस टू में काम कर रही सूमी मदरसन ने अपने प्लांट का विस्तार करने के लिए प्राधिकरण से जमीन अलॉट कराई है। यही नहीं विश्व की जानीमानी कंपनी मेनटोर ग्राफिक्स ने भी नोएडा में ही अपना काम शुरू करने का फैसला लेकर जमीन का अलाटमेंट कराया है। ऐसे में जिस प्रकार की कंपनियों ने पिछले दो वर्ष में नोएडा में प्रवेश किया है। उससे नोएडा की छवि एनसीआर में साफ सुथरी होने संकेत माने जा सकते है। कुछ उद्यमियों कहना है कि यह सबकुछ पिछले दो वर्षो में हुआ है। इसका मतलब मौजूदा सरकार से देश के उद्यमी संतुष्ट है। नये उद्योगों को प्रदेश में लगाने का काम कर रहे है। सरकार की नीतियां उद्यमियों को पंसद आने लगी है।
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पिछले दो वर्ष में बहुत बड़ी-बड़ी कंपनी ने नोएडा में जमीन को खरीदा है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इनफोसिस जैसी कंपनी ने बैंगलुरू के बाद नोएडा में अपना आरएंडडी खोलने का फैसला लिया। यह प्रदेश के लिए बहुत ही सकारात्मक संदेश है।
-मनोज राय, ओएसडी, नोएडा प्राधिकरण।
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पिछली सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में एक भी छोटी-बड़ी यूनिट नोएडा में नहीं लगी। जबकि कई यूनिटों ने अपना कारोबार समेट अवश्य लिया। एक बार फिर से उद्यमियों में नोएडा के प्रति विश्वास दिखा है। यह प्रदेश व सरकार दोनो के लिए शुभ संकेत है।
-कुंवर एमजेड खान, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स (एनसीआर)।