सपा में मिली चर्चा, निलंबन और तरक्की
जागरण संवाददाता, नोएडा : प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ यादव सिंह इस बार प्रदेश में सपा सरकार आने क
जागरण संवाददाता, नोएडा :
प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ यादव सिंह इस बार प्रदेश में सपा सरकार आने के बाद चर्चाओं में रहे हैं। सरकार बनने के साथ ही उद्योग मार्ग पर भूमिगत केबल डालने के एक मामले में आर्थिक अनियमितता का मामला सामने आने पर उन्हें निलंबित किया गया। वहीं एक होटल मामले में भी उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। इसी सरकार ने उन्हें न सिर्फ बहाल किया, बल्कि नोएडा प्राधिकरण के साथ ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण का भी इंजीनियर इन चीफ बनाया।
बताते चलें कि यादव सिंह की नियुक्ति नोएडा प्राधिकरण में अवर अभियंता के रूप में हुई थी। लंबे समय तक इस पद पर कार्य करने के बाद उन्होंने कई पदोन्नति दी गई। मुख्य अनुरक्षण अभियंता के पद पर रहने के बाद पिछली बार बसपा सरकार में उन्हें प्रोन्नति देकर इंजीनियर इन चीफ बनाया गया था। प्रदेश में सपा की सरकार आने पर उद्योग मार्ग पर भूमिगत केबल डालने के मामले में आर्थिक अनियमितता सामने आने पर उन्हें निलंबित किया गया था, उनके साथ एक तत्कालीन परियोजना अभियंता को भी निलंबित किया गया था। भूमिगत केबल डालने के मामले में करीब नौ सौ करोड़ रुपये का आर्थिक अनियमितता का मामला सामने आया था। इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस ने की। इसके बाद मामले की जांच सीबीसीआइडी को दी गई। सपा सरकार में उन्हें निलंबित करने के बाद सपा सरकार ने ही इसी वर्ष उन्हें वापस इंजीनियर इन चीफ के पद पर बहाल किया गया। इसके बाद सपा सरकार ने हाल ही में उन्हें नोएडा प्राधिकरण के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण का इंजीनियर इन चीफ भी बनाया गया है।
वहीं सेक्टर-37 के होटल गोल्फ व्यू का विवाद सामने आया था। मामले की जांच स्थानीय पुलिस ने शुरू की थी और नोएडा प्राधिकरण ने होटल को सील भी किया था। उस समय यह बात सामने आई थी कि होटल को गलत तरीके से बनाया गया है और इसमें यादव सिंह के एक रिश्तेदार की भी हिस्सेदारी थी। कुछ दिन के बाद होटल की सील खोल दी गई थी।
बताते चलें कि यादव सिंह परिवार सहित सेक्टर-51 स्थित ए-10 में रह रहे हैं। बृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे आयकर विभाग की टीम उनके सेक्टर-51 स्थित मकान पर छापेमारी के लिये पहुंची। इस दौरान स्थानीय पुलिस मौजूद थी। छापेमारी के दौरान उनके मकान का मुख्य द्वार बंद रहा, जबकि एक अन्य छोटा दरवाजा खुला था, लेकिन किसी के आने-जाने की अनुमति नहीं थी। कुछ पुलिस कर्मी घर के बाहर, जबकि कुछ पुलिसकर्मी अंदर मौजूद रहे। आयकर टीम के साथ मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि नोएडा, गाजियाबाद सहित कुल 20 ठिकानों पर छापेमारी हो रही है। जिसमें 130 अधिकारी, कर्मचारी मौजूद है, एवं जांच चल रही है। खबर लिखे जाने तक आयकर विभाग की टीम चीफ इंजीनियर यादव सिंह के घर के अंदर मौजूद रही।