Move to Jagran APP

खाद्यान्न उत्पादन पर सचेत रहें: डा.चढ्डा

जासं, नोएडा : एमिटी विश्वविद्यालय के सेक्टर-125 स्थित परिसर में बुधवार को इंडो इटेलियन पर कार्यशाला

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 11:51 PM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 11:51 PM (IST)
खाद्यान्न उत्पादन पर सचेत रहें: डा.चढ्डा

जासं, नोएडा : एमिटी विश्वविद्यालय के सेक्टर-125 स्थित परिसर में बुधवार को इंडो इटेलियन पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसे विवि के सभागार एक में इटली के दूतावास के सहयोग से आयोजित किया गया। इसका विषय खाद्य प्रौद्योगिकी और कोल्ड चेन प्रबंधन रखा गया। उद्घाटन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के डिप्टी डाइरेक्टर डाक्टर केएल चढ्डा ने किया। कार्यशाला में डाक्टर चढ्डा ने कहा कि खाद्यान्न संकट को लेकर वर्ष 2012 में आई एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि वर्ष 2015 से विश्व की जनसंख्या की तुलना में खाद्यान्न कम होगा। इसलिए विश्व के सामने खाद्यान्न का संकट खड़ा हो सकता है। इससे बचने के लिए कृषि योग्य भूमि बढ़ाने की दलील दी गई थी। हालांकि अभी इतनी जल्दी ऐसा नहीं होने जा रहा है, लेकिन जिस तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है और कृषि योग्य भूमि कम हो रही है,उससे सचेत रहने की जरूरत है। इस मौके पर प्रोफेसर अजीत वर्मा, प्रोफेसर प्रियोट्रो टोनुटी, स्कूयला सुपरियोर सन, अना, पिसा, डॉक्टर गुरविंदर सिंह आदि ने कार्यशाला में विचार रखे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.