नेहरू युवा केंद्र बना उत्तराखंड
जागरण संवाददाता, नोएडा : रंग बिरंगी पहाड़ी पोशाक पहने और झुंड बना पहाड़ी लोक गीतों की धुनों पर नृत्य क
जागरण संवाददाता, नोएडा : रंग बिरंगी पहाड़ी पोशाक पहने और झुंड बना पहाड़ी लोक गीतों की धुनों पर नृत्य करते स्कूली बच्चे, मानो पूरा उत्तराखंड नोएडा के नेहरू युवा केंद्र में उतर आया हो। पूरा पंडाल उत्तराखंड की वस्तुओं से सजा हुआ कह रहा कि, बेड़ू पाको बारमासा नरणी कांफल पाको चैता..।
शुक्रवार से पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था द्वारा आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय शरदोत्सव मेले में कुछ इसी तरह का माहौल है। मेले के प्रवेश द्वार से ही उत्तराखंड की खुशबू लोगों के जहन में घुलने लगती है। पंडाल के माहौल को देखने से ही वहां की सादगी लोगों को एकाएक अपनी ओर खींच लेती है। यहां लोग उत्तराखंड की संस्कृति के साथ पहाड़ी वस्तुओं को भी खरीद रहे हैं। चाहे वहां की पोशाक हो या फिर खाने की वस्तुएं।
उत्तराखंड के धनौल्टी से आए वीरेंद्र रावत ने यहां पहाड़ी खाने संबंधी सामान की दुकान लगाई है। जिसमें बुराश, पोदीना, माल्टा के जूस और सेब, खुमानी, पहाड़ी आचार, बड़ियां और मीठी तुलसी (इसटिविया) प्रमुख हैं। वीरेंद्र बताते हैं कि मीठी तुलसी बदरीनाथ के पास माणा गांव की पहाड़ियों पर मिलती है। जिसे भौटिया जाति के लोग चुनकर लाते हैं। मीठी तुलसी के बारे में वह बताते हैं कि यदि शुगर के मरीज को थोड़ी से मीठी तुलसी चाय में डालकर पिला दी जाए, तो शुगर का मरीज ठीक हो जाता है। यहां की बनी बड़ियों को भी विशेषता है। ये बड़ियां अरबी के तने पर उड़द की दाल का पेस्ट चढ़ाकर बनाई जाती हैं। जिनका स्वाद लोगों को उत्तराखंड की याद दिला जाता है।