मेट्रो के लिए धन की कमी नहीं आएगी आड़े
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : मेट्रो और नाइट सफारी के निर्माण के लिए जापान की जायका (जेआइसीए) ए
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
मेट्रो और नाइट सफारी के निर्माण के लिए जापान की जायका (जेआइसीए) एजेंसी से कर्ज लेने के लिए प्राधिकरण ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। संभावना है कि दोनों परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले प्राधिकरण को कर्ज की पहली किश्त मिल जाएगी। इससे मेट्रो और नाइट सफारी के निर्माण में अड़चन नहीं आएगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है। विभिन्न बैंकों का करीब सवा छह हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। इसका प्रतिमाह करोड़ों रुपये ब्याज के रूप में चुकाना पड़ता है। वहीं जनवरी-फरवरी में प्राधिकरण शहर की तीन महत्वकांक्षी परियोजना मेट्रो, नाइट सफारी व दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर (डीएमआइसी) का निर्माण कार्य भी शुरू कराना है। मेट्रो और नाइट सफारी के लिए प्राधिकरण को करीब तीन हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। नाइट सफारी के निर्माण के लिए पांच सौ करोड़ के कर्ज के लिए प्राधिकरण ने तीन बैंकों में आवेदन किया है। जबकि, ढाई हजार करोड़ रुपये के कर्ज के लिए जापान की सरकारी एजेंसी जायका से बात की गई है। पिछले दिनों प्राधिकरण अधिकारियों ने दिल्ली में जायका के प्रबंधकों के साथ बैठक कर कर्ज देने का आग्रह किया था। प्राधिकरण के महाप्रबंधक परियोजना एससी द्विवेदी ने बताया कि कर्ज लेने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। मेट्रो और नाइट सफारी का निर्माण जनवरी अथवा फरवरी में होगा। तब तक प्राधिकरण को कर्ज के रूप में पहली किश्त मिल जाएगी। वहीं, दूसरी तरफ प्राधिकरण विभिन्न योजनाओं के आवंटियों पर भी बकाया भुगतान के लिए दबाव बना रहा है। औद्योगिक भूखंड योजना के करीब डेढ़ सौ आवंटियों को नोटिस भेजने की तैयारी हो रही है।