रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने में हो रही परेशानी
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : दनकौर रेलवे स्टेशन पर चार टिकट खिड़की हैं, लेकिन दो ही खोली जाती हैं। दो
संवाद सहयोगी, बिलासपुर :
दनकौर रेलवे स्टेशन पर चार टिकट खिड़की हैं, लेकिन दो ही खोली जाती हैं। दो खिड़की बंद रहने से महिलाओं को टिकट लेने में परेशानी होती हैं। लोग महिलाओं को टिकट नहीं लेने देते हैं। यात्रियों का कहना है कि इस स्टेशन पर पुलिस की तैनाती होनी चाहिए, लेकिन यहां कोई भी पुलिसकर्मी दिखाई नहीं देता है। इसी कारण यहां टिकट को लेकर मारामारी होती है। हालाकि जनता के अनुरोध पर एक प्राइवेट टिकट घर भी खोल दिया गया है। मगर वहा भी बुरा हाल है। यात्रियों ने कई बार अतिरिक्त टिकट खिड़की खोलने की माग की है मगर विभाग सुनने को तैयार नहीं है।
दैनिक यात्री वेद प्रकाश का कहना है कि यहा टिकट खिड़की पर जमकर गुंडागर्दी होती है। दबंग तो टिकट ले लेते हैं मगर बाकी लोग लाइन में लगे रह जाते है।
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दैनिक यात्री शब्बीर अहमद का कहना है कि जब स्टेशन पर खिड़की हैं, तो तीन खिड़की पुरुष और एक महिला के लिए खोली जानी चाहिए तथा पुलिस की तैनाती की जानी चाहिए।
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दैनिक यात्री अमित का आरोप है कि जब कोई ट्रेन आती है तो पुलिस वाले उगाही के लिए तो खड़े हो जाते हैं लेकिन टिकट खिड़की पर जनता की इन्हें कोई फिक्र नहीं है।
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दैनिक यात्री मोहम्मद सैफी का आरोप है कि यहा महिलाओं के लिए अतिरिक्त टिकट खिड़की की व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे महिलाओं को टिकट लेने में परेशानी न हो, क्योंकि दबंग लोगों का कोई विरोध करता है तो वे उससे मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
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दैनिक यात्री ब्रहम देव का कहना है कि दोनों टिकट खिड़की पर भीड़ के कारण महिला ही नहीं, पुरुष भी प्राईवेट खिड़की पर ही टिकट लेना पसंद करते है। चाहे एक रुपया महंगा टिकट का अदा करना पड़े किंतु अब प्राइवेट खिड़की पर भी भीड़ लगने लगी है। जिस कारण वहां भी धक्का मुक्की होती है।
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वर्तमान में काम कर रहे बुकिंग क्लर्क के मुताबिक टिकट बुकिंग क्लर्क का पद दनकौर रेलवे स्टेशन पर रिक्त चल रहा है। इस समय दो टिकट बुकिंग क्लर्क हैं इसलिए दो खिड़की खोली जाती हैं।