मशीन बिक्री पर लग रहा 14 फीसद टैक्स
जागरण संवाददाता, नोएडा : पैकेजिंग उद्यमी लाख कोशिश कर लें, लेकिन दूर के राज्यों को तो छोड़ो वह पड़
जागरण संवाददाता, नोएडा :
पैकेजिंग उद्यमी लाख कोशिश कर लें, लेकिन दूर के राज्यों को तो छोड़ो वह पड़ोसी राज्य हरियाण से भी बराबरी नहीं कर सकते हैं। पैकेजिंग मशीन का उत्पादन करने वाले उद्यमी दूसरे राज्यों से प्रतिस्पर्धा करने से पहले ही हिम्मत तोड़ रहे हैं। वह दलील दे रहे है कि प्रदेश में पैकेजिंग मशीन बेचने पर 14 फीसद टैक्स देना पड़ रहा है, जबकि हरियाणा में यह टैक्स दो फीसद चुकाना होता है। इसलिए यहां के उद्यमी अन्य राज्यों से बराबरी नहीं कर सकते हैं।
गौतमबुद्धनगर के औद्योगिक क्षेत्र में करीब दो दर्जन से अधिक पैकेजिंग उद्योग स्थापित हैं। इनमें बड़े स्तर पर पैकेजिंग मशीन का उत्पादन हो रहा है। फिर भी इन उद्योगों को संचालित करने वाले उद्यमी प्रदेश सरकार के दोहरे रवैये से खासे नाराज है। उद्यमियों का कहना है कि मशीन चाहे प्रदेश में बेचना हो। या चाहे प्रदेश के बाहर भेजना हो। प्रदेश सरकार हर हालत में 14 फीसद टैक्स वसूल लेती है, जबकि अन्य प्रदेशों में ऐसा नहीं है। वहां इससे कम टैक्स वसूला जाता है। हरियाणा तो दो फीसद ही टैक्स लेता है। प्रदेश में टैक्स अन्य प्रदेशों से अधिक होने के चलते खरीदार पैकेजिंग मशीन को नोएडा और ग्रेटर नोएडा खरीदने के बजाय हरियाणा से खरीदते हैं।
सरकार का उद्योग के प्रति दोहरा रवैया है। सरकार कहती है कि उद्योग को बढ़ावा देंगे। उद्यमी लंबे अर्से से मांग कर रहे हैं कि टैक्स 14 फीसद से कम किया जाए। मगर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया। जबकि हरियाणा में दो फीसद ही टैक्स है।
अतुल वर्मा, उद्यमी, नोएडा।