पुलिस के सामने चल रहा था फर्जी नंबर वाला ऑटो
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : शहर में ऑटो चालक के रूप में छिपे आपराधिक तत्वों को सामने लाने की लाख कोशिश बेकार हो रही है। अराजकतत्व पुलिस के सामने ही फर्जी नंबर लगाकर ऑटो चला रहे हैं, पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है। ऐसा ही मामला सामने आया है। करीब एक माह से परीचौक से सवारी लेकर विभिन्न मार्गो पर ऑटो चला रहा था।
शनिवार रात एक्टिव सिटीजन टीम ने पुलिस के साथ मिलकर बिना कोड नंबर वाले ऑटो चालकों के खिलाफ जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान दर्जनों ऑटो बिना कोड नंबर के मिले। पुलिस ने नए चालकों के लिए एक कैंप परीचौक पर आयोजित कर उन्हें कोड नंबर देने शुरू किए। इस दौरान पुलिस ने बिना कोड नंबर वाले एक ऑटो के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जांच की तो फर्जी नंबर की बात सामने आ गई। ऑटो का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मेरठ परिवहन कार्यालय का था, जबकि नंबर नोएडा परिवहन कार्यालय का लगा था। पुलिस ने ऑटो जब्त कर मामले की जांच शुरू की है। पुलिस को आशंका है कि ऑटो मेरठ से चोरी किया हो सकता है। हालांकि चालक का लाइसेंस व पहचान पत्र लेकर पुलिस ने उसे छोड़ दिया है।
मालूम हो कि करीब छह माह पहले शहर की एक सामाजिक संस्था एक्टिव सिटीजन टीम ने पुलिस के साथ मिल कर करीब ढाई हजार से ज्यादा ऑटो चालकों का सत्यापन कर उन्हें एक कोड नंबर दिया था। कोड नंबर ऑटो के पिछले हिस्से में मोटे अक्षरों में लाल रंग से अंकित किए। छह माह में कुछ नए ऑटो शहर में आ गए। नए ऑटो चालकों के आड़ में एक बार फिर से आपराधिक तत्व सक्रिय हो गए हैं।
मेरठ नंबर के एक ऑटो पर फर्जी नंबर लगाकर चालक ऑटो चला रहा था। ऑटो पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस मेरठ परिवहन कार्यालय से संपर्क साध रही है। बिना कोड वाले आटो चिह्नित कर जल्द कोड बांटे जाएंगे।
-डा. ब्रजेश सिंह, एसपी देहात।