उपभोक्ता ने बिजलीकर्मी पर फेंका केमिकल
जागरण संवाददाता, नोएडा : बिजली निगम के कर्मियों के रवैये से उपभोक्ता इतना परेशान और निराश हो गया कि उसने काम के बदले रिश्वत मांगने वालों को सबक सिखाने की ठान ली। उपभोक्ता शनिवार को केमिकल लेकर सेक्टर-39 स्थित बिजली घर पहुंचा, लेकिन एसडीओ दफ्तर में नहीं मिले। उसने एसडीओ से फोन पर बात करके काम कराने का प्रयास किया, लेकिन काम नहीं हो सका। इससे निराश उपभोक्ता ने बिल कैशियर पर केमिकल फेंक दिया। हालांकि, कर्मियों ने पकड़ कर उसको जमकर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपी सुनील कुमार सेक्टर-31 के निठारी गांव में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। वह सेक्टर-50 में डेंटल डॉक्टर के क्लीनिक पर नौकरी करता है। उसके घर में ही एक दुकान है। बिजली निगम ने जुलाई में उसकी दुकान और घर के मीटर बदल दिए। इसका बिल अगस्त में आ गया। जो रीडिंग आई, उसी के मुताबिक सुनील ने दोनों मीटर के बिल का भुगतान कर दिया, लेकिन निगम की लापरवाही के चलते सितंबर के बिजली बिल में अगस्त का भी बिल जुड़कर आ गया। सुनील अगस्त के बिल की कापी लेकर सही कराने सेक्टर-39 स्थित बिजली घर गया। वह एसडीओ अनिल शर्मा से 17 सितंबर को मिला। उन्होंने उसे विभाग के कर्मी वीर सिंह से मिलवाया। वीर सिंह ने दुकान का बिल तो सही कर दिया, लेकिन घर का बिल सही नहीं किया। बिजली बिल जमा करने की अंतिम तिथि सोमवार को थी। इसीलिए वह 17 सितंबर से लगातार बिजली घर पहुंच रहा था। कभी कर्मी कोई कमी बता देते थे, तो कोई बिल सही करने के बदले में पैसे मांग रहा था। शुक्रवार को बिजली कर्मियों ने उससे कहा कि सोमवार तक बिल जमा नहीं करते हो तो 11 सौ रुपये का जुर्माना देना होगा। साथ ही दोनों मीटर के 16 हजार रुपये जमा करने होंगे। जबकि सुनील ने बिल कैशियर, जेई और एसडीओ तीनों से रोजाना बिल सही करने के लिए मिल रहा था, लेकिन हर कोई उसे टरकाने के सिवा कोई काम नहीं कर रहा था। सुनील काम न होने, जुर्माना भरने और काम के बदले रुपये मांगने को लेकर इतना निराश हो गया कि उसने ज्वलनशील केमिकल बिल कैशियर जितेंद्र शांडिल्य निवासी सेक्टर-20 पर फेंक दिया। जब कैशियर भागा, तो सुनील ने ईट मारकर उसे घायल कर दिया। हालांकि वहां मौजूद कर्मियों ने सुनील को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। साथ ही पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने घायल जितेंद्र को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
तीन दिन में एसडीओ से मिला 10 बार :
सुनील बिजली बिल सही कराने के लिए एसडीओ से तीन दिन में 10 बार मिल कर मांग की, लेकिन अधिकारियों ने इसे ठीक नहीं किया। उसे लगातार टरका रहे थे।
एसडीओ की नहीं सुनता कोई कर्मी
सुनील ने एसडीओ के मोबाइल पर कॉल की। उन्होंने बिल कैशियर और जेई से बात कराने के लिए कहा था। मगर दोनों ने एसडीओ से बात करने से ही इन्कार कर दिया। इससे सुनील में और निराशा बढ़ गई थी।
बिल कैशियर नहीं, एसडीओ को गया था पीटने
आरोपी उपभोक्ता सुनील शनिवार को योजना बनाकर एसडीओ को पीटने के लिए गया था। मगर वह दफ्तर में मौजूद नहीं थे। सुनील ने फोन पर बात की, तो उन्होंने दफ्तर से बाहर बताया। इसके बाद बिल कैशियर जितेंद्र पर ज्वलनशील केमिकल फेंका और ईटों से हमला किया।
दुकान का बिल सही कर दिया गया था। सिर्फ घर का सहीं होना बाकी था। मैंने सही करने का अश्वासन भी दिया था। मैं खराब ट्रांसफार्मर को ठीक कराने गया था। इतने में सुनील ने जितेंद्र पर केमिकल फेंक दिया। उसकी ईंटों से हमला करके पिटाई भी की, जिसकी कैलाश अस्पताल में हालत गंभीर बनी है।
-अनिल शर्मा, एसडीओ, बिजली घर सेक्टर-39 नोएडा।
मेरा बेटा सुनील बिल सही कराने जाता तो बिजली विभाग के कर्मी रिश्वत मांगते थे। सुनील ने रिश्वत नहीं दी तो उन्होंने बिल सहीं नहीं किया। उल्टे 16 हजार रुपये मीटर के और 11 सौ रुपये जुर्माना लगाने की धमकी दी। इसी को लेकर सुनील ने यह कदम उठा लिया।
ईश्वर सिंह, आरोपी के पिता, निठारी, नोएडा।
एसडीओ ने केमिकल फेंकने और ईंटों से हमला कर जितेंद्र को घायल करने की शिकायत की है। रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
-शिवराम यादव, सीओ सिटी प्रथम, नोएडा।