अघोषित कट रोकने को लेकर उद्यमी पहुंचे एनपीसीएल
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम और प्राधिकरण उद्योगों को स्थापित कराने के लिए जमीन आवंटन के दौरान दावा करते हैं कि यहां उद्योगों को चलाने के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं मिलेगी। जबकि यहां बिजली की अघोषित कटौती की जाती है। उद्योगों में लगातार गिर रही उत्पादन दर से निराश उद्यमियों ने एनपीसीएल अधिकारियों से शिकायत की। बिजली कटौती बंद करने की मांग भी की।
ग्रेटर नोएडा के इकोटेक तीन के उद्योग केंद्र दो में काफी दिनों से बिजली कटौती जारी है। इनके घंटों में कमी आने के बजाय बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे उद्यमियों का सब्र टूट गया। इसके बाद जीएनईए की अगुवाई में उद्यमियों की एक टीम एनपीसीएल अधिकारियों से मिलने पहुंची। उन्होंने एनपीसीएल अधिकारियों से बिजली कटौती पर नाराजगी जाहिर की। इसी दौरान उन्होंने मांग की कि उद्योग केंद्र को नो पावर कट जोन घोषित होने पर अमल किया जाए।
अधिकारियों ने उद्यमियों को अश्वासन दिया कि एनपीसीएल पर बिजली का लोड काफी कम हो गया है। इसीलिए उद्योगों को बिजली आपूर्ति लगातार बढ़ाई जा रही है। आने वाले दिनों में उद्योगों को बिजली आपूर्ति की किल्लत से जूझना नहीं होगा।
बिजली कटौती से उद्योगों में उत्पादन निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे परेशान उद्यमियों ने एनपीसीएल से मीटिंग की है। बिजली कटौती बंद करने की मांग की है।
रणवीर सिंह, अध्यक्ष, जीएनईए, ग्रेटर नोएडा।
उद्यमियों ने एनपीसीएल को याद दिलाया है कि जब यहां के उद्योगों को नो पॉवर कट जोन में घोषित किया जा चुका है। फिर भी बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही।
केपी सिंह, सचिव, जीएनईए, ग्रेटर नोएडा।
उद्योग में बिजली आपूर्ति बढ़ाने को लेकर उद्यमियों से बात हुई थी। उद्योगों की आपूर्ति बढ़ा दी गई है। अब तो उद्योगों को बीस घंटे से अधिक बिजली आपूर्ति की जा रही है।
समरजीत मोहंती, प्रवक्ता, एनपीसीएल, ग्रेटर नोएडा।