उद्योगों के कर्मियों के बच्चों को शिक्षा देंगे उद्यमी
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआइडीसी) और प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्रों में करीब साढ़े सात हजार उद्योग चल रहे हैं। इनमें करीब बीस हजार महिला पुरुष कर्मी नौकरी कर रह हैं। उद्योगों को स्थापित करने और उनको बढ़ावा देने के लिए प्राधिकरण और निगम ने तमाम सुविधाएं विकसित कीं, लेकिन उद्योगों में उत्पादन करने की जिम्मा जिनके कंधों पर है। उनके उनके बच्चों की शिक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया। फिलहाल अब उद्यमियों की अगुवाई में चलने वाले राष्ट्रीय जन संघ ने कर्मियों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था के लिए कदम बढ़ाए हैं। वह इनके लिए शिक्षण संस्थान खोलेगा, जहां उन्हें विशेष छूट पर शिक्षा मिलेगी।
उद्यमियों ने प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के औद्योगिक क्षेत्रों में शिक्षण संस्थान खोलने को आवेदन दिया है कि उन्हें भूखंड आवंटित आवंटित किया जाएं। उद्यमियों का कहना है कि अगर बड़ा भूखंड नहीं दिया जा सकता है, तो वह 300 वर्ग मीटर का भी भूखंड आवंटित कर दें। इसी में पहले प्राथमिक स्कूल स्थापित होगा। इसके बाद उच्च प्राथमिक स्कूल खोलने पर फैसला होगा। स्कूल के निर्माण पर जो भी बजट खर्च होगा। उद्यमी उसे संघ के बजट से ही खर्च करके बनाएंगे। इस स्कूल में सिर्फ उद्योगों के कामकाजी कर्मियों के बच्चों को ही शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलेगा। इसमें बाहर लोगों के बच्चों का दाखिला प्रतिबंधित होगा। यहां पढ़ने वालों बच्चों के अभिभावकों को बेहद कम फीस चुकानी होगी। खासकर इसके लिए उद्योगों के कमियों की श्रेणी के आधार पर फीस निर्धारित कर छूट दी जाएगी।
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा में करीब साढ़े सात हजार उद्योग इकाई लगी होने के बाद भी औद्योगिक क्षेत्रों में शिक्षण संस्थान नहीं हैं। इसके लिए उद्योग के कर्मी और उद्यमी भी लगातार प्राधिकरण और निगम से मांग करते रहे हैं कि उद्योग के कर्मियों की बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए व्यवस्था की जाए। फिलहाल यह न तो अब तक हुआ और आगे होने की संभावना भी न के बराबर है। इसीलिए उद्यमियों ने भी इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।
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उद्योग इकाइयों की संख्या -
नोएडा व ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक क्षेत्रों में करीब 16 हजार उद्योग स्थापित हैं। इनमें अधिकांश चल रहे हैं। कुछ निर्माणाधीन हैं। यहां करीब 45 हजार कर्मी काम करते हैं।
उद्योगों में नौकरी करने वालों के बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग से स्कूल नहीं बना है। वह महंगे स्कूलों में पढ़ा नहीं सकते हैं। इसीलिए इनको कर्मियों को यह सुविधा मिलनी चाहिए।
-प्रमोद उपाध्याय, उद्यमी, यूपीएसआइडीसी क्षेत्र, ग्रेटर नोएडा।
उद्यमियों ने शिक्षण संस्थान खोलने के लिए भूखंड आवंटित करने का प्रार्थना पत्र दिया है। निगम आगे कोई योजना बनाएगा तो इस दिशा में निर्णय लिया जाएगा।
मयंक श्रीवास्तव, क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपीएसआइडीसी, ग्रेटर नोएडा।