समय से इलाज न मिलने से बच्ची की मौत, हंगामा
जागरण संवाददाता, नोएडा : जिला अस्पताल में समय से इलाज न मिलने पर पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बच्ची के परिवार ने यह आरोप अस्पताल के कर्मचारियों पर लगाया है। इस बात को लेकर कुछ देर हंगामा भी हुआ। बाद में पीड़ित परिजनों ने किसी भी कार्रवाई से इन्कार कर दिया। हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने जिम्मेदार लोगों से जवाब तलब किया है।
दनकौर निवासी राजकुमार की पांच वर्षीय बेटी दीपिका को बुखार था। राजकुमार ने पहले कस्बे और बाद में ग्रेटर नोएडा के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां के डॉक्टरों ने इलाज में अधिक पैसा खर्च होने की बात कहकर बच्ची को जिला अस्पताल भेज दिया। मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे राजकुमार बच्ची को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। वहां मौजूद वार्ड ब्वॉय ने उसे ओपीडी के कमरा नंबर 108 में दिखाने के लिए कहा। वार्ड ब्वॉय को जानकारी थी कि ईद के कारण कमरा नंबर 108 में कोई डॉक्टर नहीं था। जिला अस्पताल में छुंट्टी थी। सिर्फ इमरजेंसी व्यवस्था थी। राजकुमार बेटी को लेकर कमरा नंबर 108 में पहुंचा, तो वहां कोई नहीं था। इसके बाद वह इमरजेंसी में पहुंचा। वहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर वरुण कुमार ने बच्ची का परीक्षण किया, लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। इस पर राजकुमार के साथ आए अमित ने अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि यदि समय से बच्ची को इलाज मिल जाता, तो उसे बचाया जा सकता था। इसको लेकर अस्पताल स्टाफ और परिजन में नोकझोंक भी हुई। इसी बीच किसी ने सौ नंबर पर पुलिस को मामले की सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सारे मामले की जानकारी की। इस पर पीड़ित ने पूरा मामला बताते हुए कहा कि यदि अस्पताल में उसे इलाज सही समय से मिलता, तो बच्ची की मौत नहीं होती, लेकिन वह अब कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता। पुलिस ने भी पीड़ित से उसकी बात लिखित रूप में ले ली। तभी वहां अस्पताल के जिला चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आरपीएन मिश्रा पहुंच गए। उन्हें भी मामले की जानकारी दी गई। उन्होंने तत्काल संबंधित लोगों को बुलाकर मामले की जानकारी करते हुए उनसे जवाब तलब किया है।
मामले में जवाब तलब किया गया है, जो भी लोग दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने माना कि अस्पताल में कुछ लोगों का व्यवहार ठीक नहीं है।
आरपीएन मिश्रा, जिला चिकित्सा अधीक्षक, गौतमबुद्ध नगर