इकोटेक तीन के उद्योग झेल रहे सीवर का संकट
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : प्रदेश सरकार की उद्योगों को बढ़ावा देने की नीति पर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक क्षेत्र की कमियां पानी फेर रही हैं। उद्योग केंद्र दो स्थित इकोटेक तीन में प्राधिकरण ने सीवर लाइन बिछाने पर लाखों रुपये खर्च किया है, लेकिन यहां के उद्योगों को इससे जोड़ा नहीं गया है। उद्योगों का बदबूदार गंदा पानी नालियों में बहता है। ग्रेटर नोएडा उद्यमी एसोसिएशन (जीएनईए) ने प्राधिकरण में शिकायत कर इसे सीवर से जोड़ने की मांग की है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उद्योग केंद्र के इकोटेक तीन में उद्योगों के लिए सीवर लाइन के निर्माण पर प्राधिकरण ने लाखों रुपये खर्च किए हैं। लेकिन इसका लाभ उद्योगों को नहीं मिल पा रहा है। उद्योगों से निकलने वाले गंदे पानी का कनेक्शन सीवर लाइन से नहीं किया गया है। अगर कहीं किया भी गया है, तो वहां के सीवर चोक हैं। यहां के कई ऐसे उद्योग हैं। जिनके बदबूदार पानी से बीमारी फैलने की आशंका है।
उद्यमी संगठन जीएनईए के अध्यक्ष रणवीर सिंह की अगुवाई में उद्यमियों ने प्राधिकरण के चेयरमैन रमारमण से मिलकर सीवर संबंधी समस्याओं को दूर करने की मांग की है। साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों से लिखित शिकायत की है।
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सीवर की दिक्कत को लेकर संगठन के उद्यमी चेयरमैन रमा रमण से मिले थे। उनसे उद्योगों के गंदे पानी की सीवर में निकासी कराने की मांग की गई है।
रणवीर सिंह, अध्यक्ष, जीएनईए, ग्रेटर नोएडा।
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उद्योगों का गंदा व बदबूदार पानी सीधे सीवर में नहीं पहुंचता है। यह नालियों में ही भरा रहता है। अगर नाली जाम होती हैं, तो सड़कों पर पानी भर जाता है। जिससे उद्योगों तक आने वाले लोगों को दिक्कत होती है।
राजेंद्र वर्मा, उपाध्यक्ष, जीएनईए, ग्रेटर नोएडा।
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औद्योगिक क्षेत्र के सीवर चल रहे हैं। अगर इनमें कोई दिक्कत आई है, तो इसे दूर किया जाएगा।
हरीश कुमार वर्मा, एसीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण।