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विश्व मंच पर ओखला पक्षी विहार में पक्षियों क ी गणना शुरू

By Edited By: Published: Thu, 17 Jan 2013 08:07 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2013 08:09 PM (IST)
विश्व मंच पर ओखला पक्षी विहार में पक्षियों क ी गणना शुरू

संवाददाता, नोएडा : ओखला पक्षी विहार में आने वाली पक्षियों की गणना विश्व मंच पर की जा रही है। विश्व स्तर की संस्था वेटलैंड इंटरनेशनल की साउथ एशिया इकाई की तरफ से गणना कराई जा रही है। इसमें एशियन वाटर ब‌र्ड्स को शामिल किया जा रहा है। यह गणना 12 जनवरी से शुरू हो चुकी है, जो 27 जनवरी तक की जाएगी। इस समय नोएडा के ओखला पक्षी विहार और दिल्ली के दो वेटलैंड में गणना की जा रही है।

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वेटलैंड इंटरनेशनल संस्था की साउथ एशिया इकाई का कार्यालय दिल्ली में है। यहां से वर्तमान में 7 लोगों की टीम नोएडा ओखला पक्षी विहार का जायजा ले रही है। टीम के सदस्य पानी में तैरने वाली पक्षियों की गणना कर रहे हैं। दिल्ली व नोएडा में सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र ओखला पक्षी विहार को ही माना जा रहा है, क्योंकि, यहां अन्य जगहों की तुलना में ज्यादा पक्षियां हैं। इस बारे में टीम सदस्य टीके राय ने बताया कि ओखला पक्षी विहार में प्राकृतिक आवास के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा रही है। इस वजह से पक्षियों की संख्या अन्य जगहों की तुलना में बेहतर है। यहां आने वाली प्रवासी और देश की पक्षियों की भी गणना की जा रही है।

क्या है वेटलैंड इंटरनेशनल

यह विश्व मंच पर एक संस्था है। इसका मुख्यालय नीदरलैंड में है। यह संस्था विश्व के सभी पांचों महाद्वीपों के वेटलैंड के विकास और वहां आने वाली पक्षियों का आंकलन करता है। विश्व में इसके 18 कार्यालय हैं। एशिया महाद्वीप के दक्षिणी इलाके में ज्यादा दिलचस्पी रहती है। वेटलैंड इंटरनेशनल का साउथ एशिया इकाई का मुख्यालय दिल्ली में है।

प्रत्येक साल की जाती है गणना

इस संस्था की तरफ से वेटलैंड में वाटर ब‌र्ड्स की गणना प्रत्येक वर्ष की जाती है। गणना के बाद यह रिपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय से होकर मुख्य संस्था तक पहुंचती है। प्रत्येक 5 साल पर सभी आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। अगर कोई प्रजाति में कमी पाई जाती है, तब उस पर विशेष नजर रखने की अपील की जाती है।

वेटलैंड की हालत पर भी दिया जाता है ध्यान

अगर कोई वेटलैंड की ंिस्थति खराब है तब उसकी भी रिपोर्ट इंटरनेशनल संस्था को दी जाती है। इस मसले पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर संबंधित देश के पर्यावरण मंत्रालय को उसकी जानकारी दी जाती है। इससे उस वेटलैंड की स्थिति को बेहतर करने की योजना तैयार कर राष्ट्रीय स्तर पर मदद पहुंचाई जाती है।

इंटरनेशनल संस्था की तरफ हर साल होने वाली गणना में ओखला पक्षी विहार की बेहतर रिपोर्ट रही है। अभी आने वाले समय इसे और बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है।

फॉरेस्ट रेंजर, जेएम बनर्जी

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