¨सचाई विभाग ने सैकड़ों बीघा भूमि कराई मुक्त
सिखेड़ा : चित्तौड़ा झाल के निकट ¨सचाई विभाग की सैकड़ों बीघा भूमि से विभाग की टीम ने अवैध कब्जा हटाकर अप
सिखेड़ा : चित्तौड़ा झाल के निकट ¨सचाई विभाग की सैकड़ों बीघा भूमि से विभाग की टीम ने अवैध कब्जा हटाकर अपने कब्जे में ले लिया है। इस भूमि पर चित्तौड़ा गांव के 20 लोगों ने कई साल से कब्जा कर रखा था। दोबारा कब्जा करने पर ¨सचाई विभाग ने मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी है।
चित्तौड़ा झाल के निकट गंगनहर दो हिस्सों में बंटती है। दोनों हिस्सों के बीच में ¨सचाई विभाग की करीब 150 बीघा से अधिक खाली भूमि पड़ी हुई है। चित्तौड़ा गांव के कुछ लोगों ने यह भूमि ¨सचाई विभाग से पट्टे पर ले ली थी। पट्टा की अवधि साल 2011 में समाप्त हुई तो ¨सचाई विभाग ने स्थानीय प्रशासन से उक्त भूमि खाली कराने को कहा। उस दौरान प्रशासन ने बल प्रयोग कर भूमि कब्जा मुक्त करानी चाही, लेकिन किसानों की एकता के आगे उसकी एक न चली। इसके बाद से 20 लोगों ने उक्त भूमि पर कब्जा जमाया था।
नई सरकार ने पहल करते हुए इस भूमि पर कृषि अनुसंधान केंद्र बनवाने की योजना बनाई है। इसके चलते बीते एक माह से ¨सचाई विभाग का ध्यान फिर से इस भूमि की ओर गया है। भूमि मुक्त कराने के लिए सभी कब्जाधारियों को बीते चार जून को नोटिस दिया गया था, जिसमें बताया था कि वह ¨सचाई विभाग की भूमि में खड़ी फसल को काट कर कब्जा हटा लें अन्यथा 22 जून को फसल खुर्द-बुर्द कर दी जाएगी।
¨सचाई विभाग के सहायक अभियंता प्रथम मेरठ रमोद शर्मा के नेतृत्व में गुरुवार को टीम पुलिस बल के साथ चित्तौड़ा झाल पर पहुंची। कुछ लोगों ने चारे वाली फसल काट ली थी, जबकि ईख आदि ज्यों की त्यों खड़ी थी। ¨सचाई विभाग की टीम ने फसल पर जेसीबी मशीन चलवाकर खुर्द-बुर्द किया और अपने कब्जे वाला बोर्ड लगा दिया।
सहायक अभियंता प्रथम ने बताया कि करीब 150 बीघा भूमि पर चित्तौड़ा के जिन 20 लोगों का कब्जा था, उन्हें जानकारी दी तो उन्होंने ग्राम प्रधान की मौजूदगी में कब्जा छोड़ने की सहमति जता दी है। इसके बाद भी अगर किसी ने फिर से कब्जा करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। कब्जा हटवाने के दौरान जिलेदार खतौली देवेंद्र, जेई विकास व सींचपाल व सींच पर्यवेक्षक आदि मौजूद रहे।