हाईवे पर भाकियू के चक्का जाम से यात्री बेहाल
मुजफ्फरनगर : भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने सरकारों की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में बुध
मुजफ्फरनगर : भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने सरकारों की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में बुधवार को एनएच-58 पर दो घंटे से ज्यादा जाम लगाया। इससे यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ा। कुछ जगहों पर छोटे वाहनों को मार्ग परिवर्तित कर निकाला गया, लेकिन बड़े वाहन जाम में फंसे रहे। पूर्वाह्न 11 बजे भाकियू के पदाधिकारियों ने अफसरों को 11 सूत्रीय मांग-पत्र सौंपा तब जाम खोला। किसानों ने विरोध स्वरूप हाईवे पर योग भी किया।
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत व जिलाध्यक्ष राजू अहलावत के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने एनएच-58 सुबह नौ से 11 बजे तक जाम लगाया। मंसूरपुर बस स्टैंड पर राकेश टिकैत व रामपुर तिराहा पर राजू अहलावत ने जाम का नेतृत्व किया। बाद में राकेश टिकैत भी रामपुर तिराहा आ गए थे। यहां किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को किसानों का पूरा कर्जा माफ करना होगा, इसमें भेदभाव कतई नहीं चलेगा। मंदसौर में किसानों पर गोली चलाने का विरोध किया। कहा कि उनके परिजनों को एक करोड़ रुपये व नौकरी दी जाए। आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हों, गोलीकांड की सीबीआइ जांच हो, फसलों का न्यूनतम मूल्य घोषित हो, फसलों का दाम स्थिरता कोष गठित हो, किसानों को सस्ती दरों पर कर्ज दिया जाए, कृषि आयात पर प्रतिबंध लगाया जाए व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग की। किसानों ने पानीपत-खटीमा मार्ग पर भी जाम लगाया।
जाम से थम गया पहिया
जाम से वाहनों का पहिया थम गया। हाईवे पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें दो घंटे तक लगी रहीं। दिल्ली से देहरादून जाने वाले यात्री मंसूरपुर व देहरादून से दिल्ली जाने वाले यात्री रामपुर तिराहा पर फंसे रहे। हालांकि पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग से छोटे वाहनों को निकाला, लेकिन बड़े वाहन खड़े ही रहे। रामपुर तिराहा पर एसडीएम सदर शीतल प्रसाद गुप्ता को पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। अशोक बालियान, नवीन राठी, भूपेंद्र प्रधान, संजय त्यागी, नीटू, शुभम् व हरिओम मौजूद रहे।