बीज बदलाव पर ध्यान दें किसान : डा. बक्शीराम
मुजफ्फरनगर : जिला पंचायत सभागार में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद गन्ना प्रजनन संस्थान कोयम्बटूर के निद
मुजफ्फरनगर : जिला पंचायत सभागार में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद गन्ना प्रजनन संस्थान कोयम्बटूर के निदेशक एवं गन्ना प्रजाति 0238 जनक डा. बक्शीराम ने अपने सम्मान समारोह में कहा कि आज किसान को बीज बदलाव की ओर ध्यान देना चाहिए। पानी की समस्या भी पैदा होती जा रही है इसके लिए किसान गन्ने के आंख के टुकड़ों से पौध तैयार बुवाई करें तो 25 से 30 प्रतिशत पानी की बचत हो सकती है।
उन्होंने गन्ना प्रजाति 0238 के जीवन चक्र, गन्ना खेती तथा चीनी उद्योग से संबंधित समस्याओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भविष्य में पानी की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। तमिलनाडु में तो अभी भी पानी की बड़ी समस्या है। जितना गन्ना अकेले मुजफ्फरनगर जनपद में होता है, इतना गन्ना पूरे तमिलनाडु में होता है। कम लागत, कम पानी, कम बिजली में अधिक पैदावार लेने के लिए किसान को सबसे पहले बीज बदलाव की ओर ध्यान देना होगा। किसान ¨सगल बड़ विधि से गन्ने की पौध तैयार कर उसे चार फुट की दूरी पर और पौधे से पौधे एक से दो फुट की दूरी पर बोएं। इसमें 45 दिन तक पानी की बचत होती है और पैदावार भी बढ़ जाती है। चार-पांच साल में केवल बीज बदलाव से 15 से 20 प्रतिशत पैदावार बढ़ जाती है। वह शाहजहांपुर व करनाल रहे, लेकिन हमेशा यूपी की ओर ध्यान दिया।
डा. बक्शीराम को किया सम्मानित
मुजफ्फरनगर : जिले में गन्ना उत्पादन व चीनी रिकवरी में बढ़ोतरी में गन्ना वैज्ञानिक डा. बक्शीराम के सहयोग पर गन्ना विकास विभाग व चीनी मिल के अधिकारियों ने गन्ना वैज्ञानिक डा. बक्शीराम को शाल ओढ़ाकर व प्रतीकचिह्न देकर सम्मानित किया। नरेश टिकैत ने अलग से प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। साथ ही ऐसी प्रजातियां विकसित करने पर जोर दिया, जिसमें पानी की कम जरूरत होती है।
गन्ना खेती का आधुनिक ज्ञान पुस्तक का विमोचन
मुजफ्फरनगर : डीसीएम शुगर मंसूरपुर के यूनिट हेड वेदपाल ¨सह मलिक लिखी गयी 'गन्ना खेती का आधुनिक ज्ञान' पुस्तक का विमोचन किया। कहा कि इस पुस्तक से किसानों को तकनीकी जानकारी मिलेगी। पुस्तक विमोचन में डीएम दिनेश कुमार ¨सह, एसएसपी बबलू कुमार, जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश ¨सह यादव, भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने किया।