फिर टूटे ट्रैक पर रातभर दौड़ी ट्रेनें
खतौली: रेलवे स्टेशन से चंद कदम दूर टूटे ट्रैक पर जनता की सर्तकता से ट्रेन दुर्घटना टल गई। टूटे ट्रैक
खतौली: रेलवे स्टेशन से चंद कदम दूर टूटे ट्रैक पर जनता की सर्तकता से ट्रेन दुर्घटना टल गई। टूटे ट्रैक से रातभर ट्रेनों का आवागमन होता रहा। सुबह डीआरएम कार्यालय में सूचना मिलने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। कंट्रोल रूम के निर्देश पर टूटे ट्रैक की मरम्मत कर काशन देकर धीमीगति से ट्रेनों का संचालन शुरू कराया। शुक्रवार रात एक बार फिर खतौली रेलवे स्टेशन के समीप तहसील दफ्तर के सामने ट्रेन ट्रैक टूट गया, लेकिन रेलवे कर्मचारियों को इसका पता तक नहीं चला। सुबह नौ बजे ट्रैक पार करते समय लोगों की नजर पड़ी तो उन्होंने टेलीफोन से इसकी सूचना डीआरएम कार्यालय में दी। कंट्रोल रूम में डीआरएम कार्यालय से मिली सूचना के बाद रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में खतौली स्टेशन ने पीडब्ल्यूआइ टीम को टूटे ट्रैक की तलाश करने भेजा।
इस बीच स्टेशन की ओर आने-जाने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया। इंजीनिय¨रग विभाग की टीम ने निरीक्षण के बाद 9.50 के बाद ट्रेनों को यहां से काशन देकर 20 किमी की रफ्तार से संचालन शुरू कराया। अगर लोगों की नजर टूटे ट्रैक पर नहीं पड़ती तो बड़ा हादसा हो सकता था। समाचार लिखे जाने तक ट्रैक मरम्मत का काम जारी था।
पीडब्ल्यूआई टीम के अधिकारी ने बताया कि यह आम घटना थी और इसकी जानकारी उन्हें पहले से थी। खतरा नहीं होने के कारण ब्लॉक नहीं लिया था, परन्तु उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद आज की-ब्लॉक लेकर ट्रैक को बदल दिया। करीब 10 दिन पहले खतौली-सकौती के बीच ट्रैक टूट गया था। ट्रेन को लाल कपड़ा दिखाकर दुर्घटना ग्रस्त होने से बचा लिया था।