एक दीया शहीदों के नाम
दीपों के उजियारे से शहीदों को नमन - शहीदों की याद में इंदिरा प्रतिमा पर जलाए दीपक जागरण संवाददा
दीपों के उजियारे से शहीदों को नमन
- शहीदों की याद में इंदिरा प्रतिमा पर जलाए दीपक
जागरण संवाददाता, खतौली : 'ए वतन, ए वतन हमको है तेरी कसम' । कुछ ऐसे ही जज्बे के साथ देश के लिए जान न्योछावर करने वाले शहीदों को मंगलवार शाम 'दैनिक जागरण' की ओर से चलाए जा रहे अभियान एक दिया शहीदों के नाम में भारतीय योग संस्थान के साधक-साधिकाओं ने दीपों के उजियारे के बीच श्रद्धांजलि दी। इस दौरान चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प लिया गया।
जीटी रोड स्थित इंदिरा प्रतिमा पर आयोजित एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से किया गया। भारतीय योग संस्थान के हर साधक-साधिका ने एक-एक स्वदेशी दीप जाकर शहीदों को नमन किया, साथ ही देश की खातिर मर मिटने वालों की कुर्बानी को याद किया गया। कार्यक्रम में पाकिस्तान और चीन पर निशाना साधा गया। वक्ताओं ने पाकिस्तान को भारत ही नहीं पूरी दुनिया का दुश्मन करार दिया गया। कहा गया कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देकर पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गया है। चीन पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है, जो भारत के लिए घातक है। कार्यक्रम में दैनिक जागरण चलाए जा रहे एक दीया शहीदों के नाम अभियान की सराहना की गई। कार्यक्रम में भारतीय योग संस्थान की जिला प्रधान शशि गुप्ता, प्रांतीय कोषाध्यक्ष गौरी अग्रवाल, सीमा गुप्ता, सीमा जैन, जिला मंत्री एके सिन्हा, क्षेत्रीय प्रधान बाबूराम वर्मा, जिला प्रधान केपी तोमर, स्वाति, सुलेखा, मीना, साधना मटरोजा, स्नेहल जैन, सरला जैन, अंजलि, कमल आरोड़ा व रामपाल ¨सह आदि शामिल रहे।
महिलाओं ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम में भारतीय योग संस्थान की साधिकाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। कुछ परिवार से सास और बहू भी दीप जलाकर शहीदों को नमन करने पहुंची।
एक दीया शहीदों के दीपावली पर एक दीया शहीदों के नाम जरूर जलाएं
देश की सेना ने अपनी जान तक कुर्बान करके हमेशा देश को तोड़ने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। 1971 की जंग हो या कारगिल का युद्ध, सेना ने बहादुरी का परिचय दिया। इसी तरह सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। सेना का हौसला बुलंद करने के लिए हम सबको आगे आने की जरूरत है। जिन सैनिकों ने देश के लिए शहादत को गले लगाया उन्हें नमन करना चाहिए। इन वीर सैनिकों के बलिदान को याद रखकर हमें देश की एकता और अखंडता के लिए कार्य करना चाहिए, तभी इनका बलिदान सार्थक होगा। दीपावली पर एक दिया शहीदों के नाम जरूर जलाएं।
-एसएन अग्रवाल, प्रबंधक विशाल इंटर कालेज, खतौली
देशभक्ति का जज्बा पैदा करें
देश की सेना सीमाओं पर हर समय खतरे के बीच अपनी जान डालकर देश की रक्षा करती है। सैनिक देश की खातिर जान कुर्बान करते हैं। जिस तरह भारत की सेना का धर्म राष्ट्र धर्म है, उसी तरह देश के हर नागरिक का पहला धर्म राष्ट्र धर्म है। हमारा कर्तव्य बनता है कि हम भी देश की खातिर मर मिटने का जज्बा अपने अंदर पैदा करें और देश को तोड़ने वाली ताकतों से लड़ने के लिए एकता कायम करें।
- बाबू रामवर्मा, क्षेत्रीय प्रधान भारतीय योग संस्थान