बलिदान दिवस पर प्रीतिलता का किया स्मरण
खतौली : स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाली क्रांतिकारी प्रीतिलता को उनके बलिदान
खतौली : स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाली क्रांतिकारी प्रीतिलता को उनके बलिदान दिवस पर लोगों ने स्मरण किया। श्रीपरमधाम न्यास की सहयोगी महिलाओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके जीवन से प्रेरणा ली।
सहकारी गन्ना विकास समिति भवन में शुक्रवार को श्रीपरमधाम के सहयोगियों ने क्रांतिकारी प्रीतिलता के बलिदान दिवस मनाया। इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी की शुरुआत राष्ट्रीय गान से हुई। क्रांति गुरु चन्द्रमोहन जी का संदेश पूनम ने पढ़ा और आजादी की लड़ाई में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। कहा कि प्रीतिलता ने स्वतंत्रता की जंग का प्रशिक्षण क्रांतिकारी निर्मल सेन से प्राप्त किया था। प्रीतिलता सूर्यसेन के नेतृत्व में इंडियन रिपब्लिकन आर्मी की सैनिक थी। उन्होंने ब्रिटिश शास्त्रागार को नष्ट करने में अहम भूमिका निभाई। क्रांति ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया। सहयोगियों ने क्रांतिकारियों के नाम पर जिलों के नाम और करेंसी नोटों पर क्रांतिकारियों के फोटो लगाए जाने की मांग की। इसके अलावा एकजुट आरक्षण नीति लागू करने, पढ़ाई दवाई एक समान व फ्री तथा समय पर न्याय की गारंटी और क्रांतिकारियों के सम्मान और सपने को साकार करने तक चैन से नहीं बैठने की शपथ ली। पुष्पांजलि देने वालों में सुरेश, सतीश, मीनू, बबिता, रेखा, कविता, सुमन, मुकेश, रुचि, मधु, रविता व बीरमती आदि शामिल रहे।