वर्चस्व को लेकर भाकियू व भाकियू भानु आमने-सामने
मुजफ्फरनगर : किसानों के हक की लड़ाई लड़ने वाले भाकियू व भाकियू भानु गुट वर्चस्व को लेकर आमने-सामने आ ग
मुजफ्फरनगर : किसानों के हक की लड़ाई लड़ने वाले भाकियू व भाकियू भानु गुट वर्चस्व को लेकर आमने-सामने आ गए। किसान दिवस के समापन के बाद दोनों संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई। इस दौरान भानु के कार्यकर्ताओं के सिर से टोपी खींच ली गई। उन्हें संगठन का नाम, टोपी व झंडा बदलने की चेतावनी दी गई। इस दौरान भानु के एक कार्यकर्ता के साथ मारपीट भी की गई। भाकियू भानु के जिलाध्यक्ष ने किसी के दबाव में नहीं आने की बात कही। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दूसरे संगठन से रजिस्ट्रेशन दिखाने को कहा।
बुधवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में किसान दिवस का आयोजन किया गया। किसान दिवस में डीएम दिनेश कुमार ¨सह समेत प्रशासनिक व अन्य विभागों के अधिकारी के अलावा भाकियू व भाकियू भानु के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी मौजूद थे। दोपहर बाद दो बजे किसान दिवस का समापन हुआ। इसके बाद डीएम व अन्य अधिकारी सभाकक्ष से अपने कार्यालय में चले गए। इसी बीच सभाकक्ष के बाहर भाकियू भानु के जिलाध्यक्ष संजीव तोमर, अन्य कार्यकर्ता व भाकियू के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत व अन्य कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। भाकियू भानु के कार्यकर्ताओं के सिर से टोपी खींच ली गई। उन्हें संगठन का नाम, टोपी व झंडा बदलने की चेतावनी दी गई। इसके बाद दोनों संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हो गई। भानु के एक कार्यकर्ता के साथ धक्का-मुक्की भी की गई। भानु के एक कार्यकर्ता अहसान त्यागी के साथ मारपीट भी की गई। इस बीच भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक भी मौके पर पहुंच गए। राकेश टिकैत ने भाकियू भानु के जिलाध्यक्ष से अपने संगठन का रजिस्ट्रेशन दिखाने को कहा। इस पर जिलाध्यक्ष ने उनके आवास पर ही संगठन का रजिस्ट्रेशन दिखाने व किसी के दबाव में आकर संगठन का नाम, टोपी व झंडा नहीं बदलने की बात कही।
मुझे गोली मार दो, नहीं डरूंगा
राकेश टिकैत के जाने के बाद भी भाकियू के पदाधिकारी व कार्यकर्ता दूसरे संगठन के पदाधिकारियों से नोकझोंक करते रहे। इस बीच भानु के जिलाध्यक्ष संजीव तोमर ने अपने दोनों हाथ ऊपर खड़े करते हुए कहा कि मुझे गोली मार दो, डरूंगा नहीं। इस पर भाकियू के पदाधिकारी नरम पड़े। उन्होंने जिलाध्यक्ष से संगठन का रजिस्ट्रेशन दिखाने की बात कही और वहां से चले गए।
भारतीय किसान यूनियन भानु के पदाधिकारी भारतीय किसान यूनियन के नाम का प्रयोग कर रहे हैं। उनसे संगठन का रजिस्ट्रेशन दिखाने को कहा गया है। यदि रजिस्ट्रेशन है, तो भारतीय किसान यूनियन के नाम का प्रयोग करने पर कोर्ट में क्लेम किया जाएगा। किसानों की समस्याओं को लेकर संगठन किसी दूसरे नाम से चलाएं, हम उनका साथ देंगे, लेकिन भारतीय किसान यूनियन के नाम का इस्तेमाल नहीं करने देंगे। किसी कार्यकर्ता ने टोपी नहीं खींची है। उनसे मात्र टोपी उतारने को कहा गया था।
-राकेश टिकैत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाकियू।
पहले भी भारतीय किसान यूनियन ने रजिस्ट्रेशन दिखाने का दबाव बनाया था। इस पर तत्कालीन डीएम निखिल चंद्र शुक्ला को संगठन का रजिस्ट्रेशन दिखा दिया गया था। आज भी रजिस्ट्रेशन दिखाने की चेतावनी दी गई। इस पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता को रजिस्ट्रेशन दिखाने का आश्वासन दिया है। साथ ही आज के मामले से डीएम दिनेश कुमार ¨सह को भी अवगत करा दिया गया है। यदि आगे कोई टकराव होता है, तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। जब यह मामला हुआ, तो कुछ प्रशासनिक अधिकारी सभागार में ही मौजूद थे। इसके बाद भी किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया।
- संजीव तोमर, जिलाध्यक्ष, भाकियू भानु।