विधि विधान से होलिका दहन स्थलों पर रखा गया वसंत
मुजफ्फरनगर : विधि विधान से पूजा-अर्चना के साथ होलिका दहन स्थलों पर वसंत रखा गया। होलिका की प्रतिष्ठ
मुजफ्फरनगर : विधि विधान से पूजा-अर्चना के साथ होलिका दहन स्थलों पर वसंत रखा गया। होलिका की प्रतिष्ठा की गई। पूजा अर्चना के बाद सरस्वती को सफेद वस्तु का भोग लगाया गया।
माघ शुक्ल पंचमी को सरस्वती पूजन का विधान है। आद्य शक्ति के मां काली, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती तीनों के एक ही रूप हैं। भगवती सरस्वती, विद्या, बुद्धि, ज्ञान और वाणी की अधिष्ठात्री देवी हैं। इस दिन सरस्वती का विधिवत पूजन किया गया। अर्द्धरात्रि में होलिका दहन स्थलों पर पूजा अर्चना के साथ होली की प्रतिष्ठा की गई। दिन में लोगों ने पीले वस्त्र धारण कर मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर भक्तों ने दूध, दही, मक्खन, सफेद तिल का लड्डू, गन्ने का रस, गुड़, शहद, श्वेत चंदन, सफेद फूल, खोवा, मिष्ठान, मूली, शर्करी, चावल आदि से देवी को भोग लगाया। मंदिरों में विशेष पूजा के कार्यक्रम हुए। स्फटिक माला से लोगों ने जाप किए। मीनक्षी चौक स्थित विष्णु लोक पर विद्यार्थियों को गणेश सरस्वती यंत्र वितरित कर धारण कराए गए।