संस्कारशाला परीक्षा में बौद्धिक क्षमता दिखाई
मुजफ्फरनगर : भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में शुक्रवार को आयोजित जागरण संस्कारशाला की परी
मुजफ्फरनगर : भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में शुक्रवार को आयोजित जागरण संस्कारशाला की परीक्षा में कक्षा छह से 12वीं तक की छात्राओं ने विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देकर अपनी बौद्धिक क्षमता का परिचय दिया। जागरण संस्कारशाला परीक्षा में न सिर्फ छात्राओं ने प्रतिभाग किया, बल्कि उनके अभिभावकों ने भी अलग से पूछे गए प्रश्नों का उत्तर अपनी समझ से दिया।
दैनिक जागरण के तत्वावधान में करीब चार माह पूर्व जनपद के विभिन्न विद्यालयों सहित भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज नई मंडी की कक्षा छह से 12 तक की छात्राओं का पंजीकरण जागरण संस्कारशाला परीक्षा के लिए कराया गया था। करीब डेढ़ माह पूर्व लगातार एक माह तक दैनिक जागरण में प्रतिदिन परीक्षा से संबंधी पाठयक्रम विषयवार प्रकाशित हुआ था। विभिन्न विद्यालयों सहित भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज नई मंडी की छात्राओं ने परीक्षा की तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए प्रतिदिन प्रकाशित हो रहे पाठयक्रम से संबंधी विषयवस्तु का अध्ययन किया। शुक्रवार को आयोजित संस्कारशाला परीक्षा में विद्यालय की हजारों छात्राओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। विद्यालय प्रधानाचार्या सुनीता गौड़ के निर्देशन में परीक्षा प्रभारी व प्रवक्ता उर्मिला पुंडीर की देखरेख में परीक्षा का आयोजन सफलतापूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
संस्कार हमारे जीवन का सार: उर्मिला
जागरण संस्कारशाला परीक्षा की प्रभारी व भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज नई मंडी की प्रवक्ता उर्मिला पुंडीर का मानना है कि जीवन की सफलता के लिए संस्कारों का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस क्रम में दैनिक जागरण द्वारा संस्कारशाला परीक्षा का आयोजन महत्वपूर्ण है। उर्मिला पुंडीर का मानना है कि बिना संस्कारों का इंसान का जीवन पशु समान है। बच्चों में संस्कारों का बीजरोपण अल्प आयु से ही होना चाहिए। हालांकि बच्चे अपने घर-परिवार, आसपास के परिवेश व विद्यालय से ही संस्कारों का अंगीकार करते हैं, बावजूद इस प्रकार की परीक्षाएं यह तय करने के लिए काफी है कि वे किस दिशा में जा रहे हैं।