उत्कल एक्सप्रेस में लावारिस मिला दो साल का बच्चा
मुजफ्फरनगर : उत्कल एक्सप्रेस में आरपीएफ को दो साल का बच्चा लावारिस हाल में मिला। आरपीएफ ने बच्चे को
मुजफ्फरनगर : उत्कल एक्सप्रेस में आरपीएफ को दो साल का बच्चा लावारिस हाल में मिला। आरपीएफ ने बच्चे को अपनी कस्टडी में रखा है। बाल कल्याण समिति से बातचीत की जा रही है। समिति ने बच्चे को मुरादाबाद मंडल के रामपुर जिले में रखने की सलाह दी है।
रविवार को मेरठ सिटी स्टेशन से एक व्यक्ति दो साल के बच्चे को लेकर उत्कल एक्सप्रेस के एस 6 कोच में चढ़ा। बताते हैं कि ट्रेन मेरठ कैंट पहुंची तो यह व्यक्त बच्चे को सीट पर ही छोड़कर फरार हो गया। मेरठ कैंट से ट्रेन चलने के बाद वह दिखाई नहीं दिया। यात्रियों ने इसकी सूचना आरपीएफ को दी। आरपीएफ इंस्पेक्टर एम सोनी ने मुजफ्फरनगर में बच्चे को एस 6 कोच से बरामद कर लिया। यात्रियों ने आरपीएफ को बताया कि बच्चे को कोई व्यक्ति मेरठ सिटी स्टेशन से लेकर चढ़ा था और कैंट में उतर गया। इसके बाद वह नहीं आया। आरपीएफ ने बच्चे को अपनी कस्टडी में ले लिया। दो साल का बच्चा आरपीएफ के जवानों को कुछ बता भी नहीं पाया। आरपीएफ थाने में काफी देर तक बच्चा रोता रहा। वह कुछ बता नहीं पा रहा। रात आठ से नौ बजे तक बच्चा सोता रहा।
गंदे कपड़ों में था बच्चा
- आरपीएफ इंस्पेक्टर एम सोनी ने बताया कि बच्चा गंदे कपड़े पहने हुए है और रंग सांवला है। बाल कल्याण समिति के लोगों से बातचीत की गई, लेकिन बच्चा छोटा होने के कारण उसको यहां नहीं रख सकते हैं। दो साल तक बच्चे को रामपुर में रखा जा सकता है। रामपुर बाल कल्याण समिति से बातचीत की जा रही है। उसके बाद बच्चे को रामपुर भेजा जाएगा।
रंजिश में तो नहीं छोड़ा
- दो साल के अबोध बच्चे की किसी से क्या दुश्मनी होगी। ऐसा माना जा रहा है कि बच्चे को रंजिश के चलते ट्रेन में छोड़ा गया है। मेरठ सिटी व मेरठ कैंट स्टेशन पर भी इसकी सूचना दे दी गई है। आरपीएफ ने मेरठ सिविल पुलिस को भी मामले की जानकारी दी है। मेरठ के किसी थाने, जीआरपी व आरपीएफ में इस तरह का मामला दर्ज होता है तो बच्चे को परिजनों तक पहुंचाने में आसानी हो जाएगी।