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कलाम को भेंट की थी अभिनंदन ग्रंथ की पहली प्रति

मोरना (मुजफ्फरनगर) : देश के 11 वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को तीन सदी के युग दृष्टा शिक्षा ऋषि

By Edited By: Published: Mon, 27 Jul 2015 11:41 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2015 11:41 PM (IST)
कलाम को भेंट की थी अभिनंदन ग्रंथ की पहली प्रति

मोरना (मुजफ्फरनगर) : देश के 11 वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को तीन सदी के युग दृष्टा शिक्षा ऋषि स्वामी कल्याण देव महाराज ने राष्ट्रपति भवन में 'अभिनंदन ग्रंथ' की पहली प्रति भेंट की थी।

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वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने 'अभिनंदन ग्रंथ' का विमोचन किया था। इसके बाद स्वामी कल्याण देव महाराज ने अपने शिष्य स्वामी ओमानंद महाराज एवं पूर्व उप थलसेना अध्यक्ष निरंजन ¨सह मलिक के साथ राष्ट्रपति भवन में जाकर मिसाइल मैन अब्दुल कलाम को ग्रंथ की पहली प्रति भेंट कर उनके साथ यादगार पल बिताए थे। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के निधन पर शुक्रताल शुकदेव आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ओमांनद महाराज ने गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि अब्दुल कलाम एक महान वैज्ञानिक ही नही राष्ट्र के सच्चे सपूत थे। उन्होंने अपने रक्षा क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को विश्व स्तर पर पहचान बनाई है। राष्ट्र उनका सदैव ऋणी रहेगा। ऐसे महान पुरुष को इतिहास में सदैव याद किया जायेगा।


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