Move to Jagran APP

'खुद को आधुनिकता के सांचे में ढालें महाविद्यालय'

मुजफ्फरनगर : प्रो. एचएस सिंह ने राष्ट्रीय मूल्यांकन परिषद द्वारा किए जाने वाले प्रत्यायन की अनिवार्य

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 12:31 AM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 12:31 AM (IST)
'खुद को आधुनिकता के सांचे में ढालें महाविद्यालय'

मुजफ्फरनगर : प्रो. एचएस सिंह ने राष्ट्रीय मूल्यांकन परिषद द्वारा किए जाने वाले प्रत्यायन की अनिवार्यता को रेखांकित करते हुए आगाह किया कि जो महाविद्यालय इसकी महत्ता को अभी नहीं समझ रहे हैं, उन्हें आगे चलकर इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

loksabha election banner

डीएवी कालेज में आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चियन प्रकोष्ठ एवं कार्य के संबंध में उप्र. शासन एवं चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, आइआइटी मुंबई के स्पोकन ट्यूटोरियल स्कीम द्वारा आयोजित कार्यशाला में आइक्यूएसी के प्रति कुलपति एवं चेयरमैन प्रो. एचएस सिंह ने कहा कि महाविद्यालय खुद को आधुनिकता के सांचे में ढालें। उन्होंने जनपद के सभी महाविद्यालयों को नैक निरीक्षण की तैयारी के लिए टिप्स दिए।

इससे पूर्व कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य वक्ता डा. वाई विमला, सदस्य, आइक्यूएसी, चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, पुस्तकालय अध्यक्ष डा. जेएस सिद्दिकी, प्रबंध समिति सचिव डा. एमके बंसल व प्राचार्य डा. पीके सक्सेना ने किया।

कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता डा. वाई विमला ने महाविद्यालय की आतरिक गुणवत्ता को बढ़ाए जाने के बारे में पावर पाइंट पर प्रस्तुति दी। पुस्कालयाध्यक्ष डा.जेएस सिद्दिकी ने पुस्तकालय को आधुनिक परिस्थितियों में उच्चीकृत तथा संयोजित करने पर अत्यन्त उपयोगी जानकारी दी। प्राचार्य पीके सक्सेना मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.