मौसम का मिजाज बदलने से अटकी किसानों की सांसें
मुजफ्फरनगर : मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने से किसानों की सांसें अटक गई। पूरे दिन बादल गरजते रहे। कई
मुजफ्फरनगर : मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने से किसानों की सांसें अटक गई। पूरे दिन बादल गरजते रहे। कई स्थानों पर रुक-रुककर बूंदाबांदी भी हुई। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सोमवार को जिले में बारिश व ओलावृष्टि हो सकती है।
मौसम की सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। एक व दो मार्च को आंधी, बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की रबी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा था। गेहूं, सरसों, मटर, टमाटर आदि फसलें जमीन पर लोटपोट होने से फसलों को भारी क्षति पहुंची थी। आलू की फसल में पानी भरने से उसमें गलन पैदा हो गयी थी। मौसम की मार से सबसे ज्यादा आहत किसान हुआ। केन्द्र व प्रदेश सरकार अलग-अलग अपने तरीके से फसलों के नुकसान की जांच करा रही है। ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके।
बारिश व ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान को किसान अभी भूल नहीं पाया था कि रविवार की तड़के अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में काली घटा छा गई। आकाशीय बिजली चमक रही थी। बादल गरज रहे थे। किसानों के दिल की धड़कन बढ़ रही थीं। किसानों को डर सता रहा था कि अगर तेज हवा के साथ बारिश या ओलावृष्टि होती है तो उनकी बची फसल भी बर्बाद हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार एक मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।
इन्होंने कहा-
सोमवार को मौसम गड़बड़ रहेगा। बारिश व ओलावृष्टि होने की संभावना है। 31 मार्च से दो अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा। तीन व चार अप्रैल को फिर बरसात होने के आसार हैं।
जेपी गुप्ता, निदेशक मौसम विभाग