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कांशीराम द्वार निर्माण के विरोध में प्रदर्शन

मुजफ्फरनगर : गांव के मुहाने पर जमीन मालिक से अनुमति लिए बिना कांशीराम द्वार का निर्माण कराए जाने का

By Edited By: Published: Sat, 31 Jan 2015 11:55 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jan 2015 11:55 PM (IST)
कांशीराम द्वार निर्माण के विरोध में प्रदर्शन

मुजफ्फरनगर : गांव के मुहाने पर जमीन मालिक से अनुमति लिए बिना कांशीराम द्वार का निर्माण कराए जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि शासन की ओर से प्रतिबंधित होने के बावजूद कांशीराम द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। मामले को लेकर गांव के दो पक्ष आमने-सामने आ गए हैं।

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चरथावल क्षेत्र के गांव हैबतपुर जाने वाले रास्ते के मुहाने पर गांव लुहारी के ठीक सामने स्थित है, पर एक पक्ष के लोग कांशीराम द्वार का निर्माण करा रहे हैं। शनिवार को गांव से ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर कलक्ट्रेट पहुंचे सैंकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों में शामिल प्रवीण ने आरोप लगाया कि गांव के रास्ते में स्थित उनकी भूमि खसरा संख्या 464-465 में हैबतपुर निवासी कुछ लोग जबरन कांशीराम द्वार का निर्माण करा रहे हैं। द्वार निर्माण के लिए न ही तो उससे और न ही जिला प्रशासन से कोई अनुमति ली गई है। जिस कारण गांव में भी तनाव पैदा हो गया है। एसडीएम सदर को सौंपे गए ज्ञापन में प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि शासनादेश के विरुद्ध गांव के बाहर कांशीराम द्वार का निर्माण कराया गया तो उसके गंभीर परिणाम होंगे। इस मौके पर अली हैदर, मसरूर, सरफराज, मुबारिक आदि शामिल रहे।

मामले में फंस रहा सियासी पेंच

गांव हैबतपुर के मुहाने पर कांशीराम द्वार निर्माण को लेकर सपा में ही सियासत तेज हो गई है। सूत्रों की माने तो सपा जिलाध्यक्ष सतेन्द्र सैनी के समर्थक द्वार निर्माण कराने पर तुले हैं जबकि राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप के समर्थक उसका विरोध कर रहे हैं। शनिवार को हुए प्रदर्शन के दौरान सपा जिलाध्यक्ष विरोधी नारे भी लगे।

उधर, सपा जिलाध्यक्ष सतेन्द्र सैनी का कहना है कि गांव में कांशीराम द्वार का नहीं, बल्कि सद्भावना द्वार का निर्माण हो रहा है। वह निर्माण के पक्ष में हैं। कुछ स्वार्थी लोग ही इसका विरोध कर रहे हैं। उधर, राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप से काफी प्रयास के बाद भी सम्पर्क नहीं हो सका।


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