Move to Jagran APP

विधिक साक्षरता शिविर में आत्महत्या रोकने पर मंथन

मुजफ्फरनगर : जिला कारागार में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में जेल में आत्महत्या रोकने के उपाय पर चर्

By Edited By: Published: Sat, 31 Jan 2015 07:01 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jan 2015 07:01 PM (IST)

विधिक साक्षरता शिविर में आत्महत्या रोकने पर मंथन

मुजफ्फरनगर : जिला कारागार में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में जेल में आत्महत्या रोकने के उपाय पर चर्चा की गई।

loksabha election banner

शिविर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिद्धु, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस दौरान बंदियों को मानसिक समस्याओं से ग्रसित होकर आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम न उठाने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बंदियों को समझाया कि आत्महत्या एक अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने बंदियों को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए संघर्ष करने का आह्वान किया। इसके अलावा जिला कारागार में आयोजित लोक अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेन्द्र कुमार सिंह की अदालत में सात बंदियों के वाद प्रस्तुत किए गए, जिनमें से पांच वादों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। मांगेराम, हसीन, मतलूब, युनुस व गुलफाम के वादों का निस्तारण किया गया। इस दौरान जेल अधीक्षक चौधरी सेवाराम सिंह, डिप्टी जेलर नागेश सिंह व मनोज वाजपेई मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.