शिक्षक फैला रहा है जल संरक्षण की जागरूकता
रोहिताश्व कुमार वर्मा, भोपा (मुजफ्फरनगर): ''जल ही तो जीवन है, जल है गुणों की खान, जल है तो सब
रोहिताश्व कुमार वर्मा, भोपा (मुजफ्फरनगर):
''जल ही तो जीवन है,
जल है गुणों की खान,
जल है तो सब कुछ है,
जल है धरती की शान''
जी हां, ये सच है कि जल ही जीवन है इसलिए जल संरक्षण बहुत जरूरी है। लेकिन आज शहर कस्बा व गांव में जल की परवाह किए बगैर ही नालियों में बहाया जा रहा है। वही प्राइमरी स्कूल के शिक्षक डा. अनुज कुमार ने जल संरक्षण की जागरूकता का बीड़ा उठाया है।
दक्षिणी सिविल लाइन जाट कालोनी निवासी डा. अनुज कुमार वनस्पति विज्ञान में पीएचडी है और विकास खंड मोरना क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल बरुकी में सहायक अध्यापक है। बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ अनुज ने सामाजिक कुरीतियों जैसे कन्या भ्रूण हत्या व दहेज प्रथा उन्मूलन के साथ ही जल सरंक्षण के प्रति जागरूकता लाने की मुहिम शुरू की है। गांव शहर के स्कूलों में जाकर बच्चों के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर रहे है।
मॉडल से समझाते हैं
युगांतर जन जागृति शिक्षा सभा व संकल्प सर्व समाज सेवा समिति के बैनर तले डा. अनुज कुमार ने प्राइमरी स्कूल, इंटर व डिग्री कालेजों में संगोष्ठी, नारा लेखन व निबंध, पेंटिंग प्रतियोगिता आदि का आयोजन कराने के साथ-साथ मॉडल के माध्यम से छात्रों को जल संरक्षण की महत्ता बताते है।
मास्टर ट्रेनर के रूप में दिया प्रशिक्षण
ब्लाक संसाधन केंद्र पर आयोजित संवाद, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, शारीरिक शिक्षा, साक्षरता, अंग्रेजी आदि के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में साथी शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण देकर जल संरक्षण का आह्वान किया।
जल पुरुष का कराया व्याख्यान
संयोजक रोहित शर्मा के साथ मिलकर सरोकार कार्यक्रम के तहत जल संरक्षण तथा सांप्रदायिकता व समाज विषय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराया। वर्ष 2012 में मदन मोहन मालवीय इंटर कालेज में हुए कार्यक्रम में जल पुरुष की उपाधि प्राप्त राजेंद्र सिंह से जल के उपयोग व संरक्षण पर व्याख्यान कराया।
सर्वश्रेष्ठ अध्यापक चुने गए
जिले में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चलाई गई आधार योजना में वर्ष 2014 में डा. अनुज कुमार सर्वश्रेष्ठ अध्यापक चुने गए।