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तालीम की बुनियाद पर खड़ा किया 'भविष्य' का किला

मुजफ्फरनगर : कौन कहता है आकाश में सुराख नहीं हो सकता। एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो। एसडी काल

By Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 11:17 PM (IST)Updated: Sat, 20 Dec 2014 11:17 PM (IST)
तालीम की बुनियाद पर खड़ा किया 'भविष्य' का किला

मुजफ्फरनगर :

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कौन कहता है आकाश में सुराख नहीं हो सकता। एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो।

एसडी कालेज के सेवानिवृत्त शिक्षक डा. सुभाष चन्द्र कुलश्रेष्ठ संसाधनों के अभाव में खुद तो इंजीनियर नहीं बन सके, लेकिन उन्होंने इंजीनियरों सहित प्रोफेशनल्स की एक बड़ी फौज खड़ी कर दी। विचारों में दृढ़ता थी और धुन थी उस ख्वाब को पूरा करने की। मेहनत के 'गारे' पर लगन की 'ईटें' रखनी शुरू कीं तो फल के रूप में 'सुनहरी' इमारत शक्ल लेने लगी। नौकरीपेशा आदमी के लिए हर दोराहे पर चुनौतियों के पहाड़ थे, लेकिन परिश्रम ने इन्हें चकनाचूर कर दिया। वक्त बीता, पसीना बहा और तालीम की बुनियाद पर 'भविष्य' का किला खड़ा हो गया।

मेधावी छात्र रहे डा. कुलश्रेष्ठ मूलरूप से भूगोलवेत्ता हैं। उन्होंने एमए में मेरठ विश्वविद्यालय एवं एमफिल में पंजाब विश्वविद्यालय टॉप किया। एसडी डिग्री कालेज में वह भूगोल के प्रवक्ता, रीडर व एसोसिएट प्रोफेसर रहे।

शिक्षा की सुलभता रहा उद्देश्य

डा. एससी कुलश्रेष्ठ ने नौकरी के दौरान छात्र-छात्राओं की प्रवेश संबंधी परेशानियों को समझ शिक्षा को सुलभ बनाने की ठानी। उन्होंने 2004 में सर्वप्रथम 'श्रीराम कालेज' व 'श्रीराम कालेज आफ ला' की स्थापना की।

सैकड़ों विद्यार्थियों को नि:शुल्क शिक्षा

श्रीराम ग्रुप आफ कालेजेज चैरिटी का भी केन्द्र बन गया है। सैकड़ों निर्धन छात्र-छात्राएं यहां से नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें मुझेड़ा सादात, सूजड़ु, शामली, कैराना सहित जनपद के दूसरे क्षेत्रों के विद्यार्थी शामिल हैं। ये सभी छात्र-छात्राएं भविष्य में सक्षम बन अपने जैसे छात्र-छात्राओं की मदद को कृत संकल्पित हैं।

संवारा आदिवासी छात्रों का भविष्य

डा. एससी कुलश्रेष्ठ ने 1969 से शिक्षा क्षेत्र में काम शुरू किया। चाइना बार्डर पर नशाबंदी आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान संपर्क में आए भोटिया जनजाति के 26 विद्यार्थियों को डा. कुलश्रेष्ठ अपने खर्च पर उच्च शिक्षा के लिए मुजफ्फरनगर ले आए। आज ये सभी ऊंचे पदों पर आसीन हैं। इनमें इन्द्रसिंह नेगी (आइएफएस) केवल सिंह भंडारी (चीफ कैमिस्ट ओएनजीसी), बंसीलाल (आइएएस) आदि शामिल हैं। ये लोग भी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।

हर वर्ष दे रहे 10 हजार प्रोफेशनल्स

अपने परिश्रम से स्थापित श्रीराम ग्रुप आफ कालेजेज मुजफ्फरनगर के तत्वावधान में डा. कुलश्रेष्ठ 11 कालेज संचालित करा रहे हैं। विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के करीब 10 हजार छात्र, छात्राएं हर साल अपनी मंजिल पा रहे हैं।

श्रीराम चेरिटेबिल ट्रस्ट की स्थापना

डा. एससी कुलश्रेष्ठ ने क्षेत्र के युवाओं को उच्च गुणवत्तायुक्त तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए श्रीराम चेरिटेबिल ट्रस्ट की स्थापना की। ट्रस्ट के खर्च पर मेधावी विद्यार्थियों को नि:शुल्क उच्च शिक्षा की भी व्यवस्था है।


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