कब्जे में लिया गन्ना, काट रहे भूमाफिया
मुजफ्फरनगर : रामराज क्षेत्र के गांव धर्मपुरा जदीद में पैमाइश के दौरान सैकड़ों हेक्टेयर भूमि पर खड़ा गन
मुजफ्फरनगर : रामराज क्षेत्र के गांव धर्मपुरा जदीद में पैमाइश के दौरान सैकड़ों हेक्टेयर भूमि पर खड़ा गन्ना प्रशासन ने वन विभाग के सुपुर्द किया, लेकिन भूमाफिया सेंध लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। वन विभाग की जमीन पर खड़े गन्ने को काटकर खेत में स्टॉक कर रहे हैं, जबकि तहसील और वन विभाग के अफसर-कर्मी चादर ताने सो रहे हैं। इलाके के तौल केंद्र बंद होने से गन्ने के कोल्हुओं पर डाले जाने के संकेत मिल रह हैं। उधर, अधिकारी मामला संज्ञान में नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
रामराज क्षेत्र के गांव धर्मपुरा जदीद में अपर जिलाधिकारी प्रशासन डा.इंद्रमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित टीम ने पैमाइश कराकर लगभग डेढ़ सौ हेक्टेयर जमीन पर खड़ा गन्ना वन विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द किया था। रामराज क्षेत्र में जिले के आला अधिकारियों ने कई तौल केंद्र बंद कराते हुए सामान्य किसानों के भी पैमाइश पूरी होने तक गन्ना कटान पर रोक लगा दी। उधर, भूमाफिया ने वन विभाग के सुपुर्द हुए गन्ने में ही सेंध लगानी शुरू कर दी। गांव धर्मपुरा जदीद में ही वन विभाग की जमीन पर खड़े करीब बीस बीघा गन्ने को काटकर एक स्थान पर स्टॉक कर किया गया और रात के अंधेरे में गन्ना गायब होता जा रहा है। तौल केंद्र बंद होने से आशंका जताई जा रही है कि गन्ने को कोल्हुओं पर तुलवाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो धर्मपुरा जदीद में वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा कर गन्ना उगाने के मुकदमे में नामजद एक फरार आरोपी के पिता और परिजनों ने पूरा खेल किया है। उधर, अधिकारी पूरे मामले से अनभिज्ञता जता रहे हैं।
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सो रही समिति, कैसे हो निगरानी?
रामराज क्षेत्र के कई तौल केंद्र बंद कराने के साथ ही जिलाधिकारी ने टिकौला शुगर मिल को बेचे गए गन्ने की पर्ची के लिए भी एसडीएम, डीसीओ और रेंजर को शामिल कर समिति गठित कर रखी है। उधर, वन विभाग को भी जमीन की निगरानी के निर्देश हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या समिति सो रही है? आखिर निगरानी कैसे की जाए?
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''मामला जानकारी में नहीं है। न ही ऐसी कोई शिकायत आई है। प्रकरण को दिखवाते हैं।''
-उमेश कुमार मिश्रा, एसडीएम जानसठ।