Move to Jagran APP

'चेले' ने खोले 'गुरु' के गहरे राज!

मनीष शर्मा, मुजफ्फरनगर : हस्तिनापुर वन सेंचुरी समेत ग्राम समाज की हजारों हेक्टेयर सरकारी जमीन के घ

By Edited By: Published: Sat, 29 Nov 2014 12:34 AM (IST)Updated: Sat, 29 Nov 2014 12:34 AM (IST)
'चेले' ने खोले 'गुरु' के गहरे राज!

मनीष शर्मा, मुजफ्फरनगर :

loksabha election banner

हस्तिनापुर वन सेंचुरी समेत ग्राम समाज की हजारों हेक्टेयर सरकारी जमीन के घोटाले के सूत्रधार शिवकुमार का शिष्य रहा है जयभगवान। जयभगवान भी उसे गुरु मानता है, लेकिन शातिर जयभगवान ने शिवकुमार के कई राज फाश कर डाले। जयभगवान ने जहां कई बेनामी संपत्तियों का पता बताया, वहीं छिपने के संभावित ठिकानों की भी पोल खोल दी। और भी कई गहरे राज हुक्मरानों के सामने जयभगवान ने खोल दिए।

पूर्व लेखपाल शिवकुमार और उसका बेटा राहुल गोयल पुलिस फरार हैं, जबकि जयभगवान शुक्रवार को मेरठ में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जयभगवान को लेकर पुलिस मुजफ्फरनगर पहुंची तो पहले उसे भंगेला और फिर जानसठ क्षेत्र की भलवा चौकी पर रखा गया। प्रशासनिक अफसरों ने पहुंचकर पूछताछ की तो जयभगवान की घिग्गी बंध गई। सूत्रों के मुताबिक, जयभगवान शुरुआत में खुद को निर्दोष बताते हुए रहमदिली दिखाने की दरख्वास्त करता रहा। जरा-सी सख्ती और एक 'दांव' खेलते ही जयभगवान परत-दर-परत पूर्व लेखपाल शिवकुमार के राज खोलता गया। सूत्रों के मुताबिक, जयभगवान ने पूर्व लेखपाल शिवकुमार को कई बार 'गुरु' मानने की दुहाई दी। जयभगवान ने पूर्व लेखपाल शिवकुमार की कई बेनामी संपत्तियों के बाबत बताया तो एक फार्म हाऊस और मुजफ्फरनगर से बाहर प्लॉट की जानकारी। सूत्र यह भी बताते हैं कि शुक्रताल के एक गेस्ट हाऊस में गुरु-चेलों की कारगुजारी की बाबत पूछने पर जयभगवान ने भी हामी भरी। यही नहीं, जयभगवान ने मामला गरमाने के बाद शिवकुमार से हुई गुफ्तगू और पिता-पुत्रों के छिपने के संभावित ठिकानों के बारे में भी बताया।

नाक हुई नीची, मूंछें बरकरार

शुक्रवार को हत्थे चढ़े सरकारी जमीन को तरकारी तरह बांटने वाले जयभगवान की नाक जरूर नीची हुई, हालांकि उसकी मूंछें बरकरार रहीं। यह वही जयभगवान था जो कभी अफसरों पर गरजता था, लेकिन शुक्रवार को अफसरों से आंख तक नहीं मिला सका।

इनका कहना है

''जयभगवान से पूछताछ की गई है। वह शिवकुमार को गुरु बताता रहा। हालांकि कई अहम जानकारी जयभगवान से मिली हैं। उन पर काम किया जा रहा है।''

-रामकिशन शर्मा, एडीएम एफ एंड आर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.