ग्रामीणों ने मिलकर्मियों से भरी बस रोकी, हंगामा
पुरकाजी : उत्तम शुगर मिल खाईखेड़ी के महाप्रबंधक से मारपीट के मामले में सिक्योरिटी इंचार्ज ने चार किसा
पुरकाजी : उत्तम शुगर मिल खाईखेड़ी के महाप्रबंधक से मारपीट के मामले में सिक्योरिटी इंचार्ज ने चार किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। ग्रामीणों ने कर्मचारियों से भरी बस को रोक लिया। पुलिस के आने की सूचना पर किसान भाग गए। पुलिस एक किसान को थाने ले आई। इसके बाद सैकड़ों किसानों ने थाने पर हंगामा किया।
बुधवार को कुछ किसानों ने खाईखेड़ी शुगर मिल के जीएम एमसी शर्मा पर किसानों की शर्त न मानने के आरोप लगाते हुए उनके साथ अभद्रता की तथा मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए थे। सिक्योरिटी इंचार्ज दिनेश शर्मा ने गांव फलौदा निवासी योगेश, विकास, संजय उर्फ संजीव तथा जसंवत के खिलाफ पुरकाजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन मिल प्रबंधकों को दिया था।
उत्तम शुगर मिल खाईखेड़ी की बस गुरुवार की सुबह कर्मचारियों को लेकर मिल में जा रही थी। ग्रामीणों ने बस को रोकने का प्रयास किया लेकिन बस किसी तरह निकल गयी। ड्यूटी समाप्त कर कर्मचारियों को छोड़ने के लिए शाम को फिर बस मिल से चली। जब वह गांव फलौदा में पहुंची तो आरोप है कि ग्रामीणों ने पुन: बस को रोक लिया। बस में सवार कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया। पुलिस को सूचना दी। पहुंचने पर ग्रामीण भाग निकले। इसके बाद बस कर्मचारियों को छोड़ने के लिए रवाना हुई।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गांव फलौदा निवासी योगेन्द्र त्यागी को उठा लिया और थाने ले आई। पुलिस की कार्रवाई से क्षुब्ध सैकड़ों ग्रामीण ट्रैक्टर ट्रालियों से थाने पर पहुंचे और थाने का घेराव कर हंगामा किया।
हंगामे की सूचना पर एसपी सिटी श्रवण कुमार, एडीएम प्रशासन डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी, एसडीएम सदर, सीओ सदर तथा छपार थाने की पुलिस पुरकाजी थाने पहुंच गयी। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। समाचार लिखे जाने तक थाने पर ग्रामीण डटे हुए थे। अधिकारियों के साथ वार्ता जारी थी।
हंगामा करने वालों में पुरकाजी ब्लाक प्रमुख मनोज त्यागी, जिला पंचायत सदस्य पंकज त्यागी, फलौदा प्रधान रजनीश त्यागी, सौराज प्रधान, आदेश त्यागी, योगेन्द्र, रामकुमार शर्मा, पप्पू शर्मा, भूरा समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
गुरुवार की देर शाम एडीएम प्रशासन डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने किसानों का पक्ष सुना। कहा कि गन्ना नियम सभी मिलों के लिए समान है। उनके लिए अलग से कोई नियम लागू नहीं होगा। नियम से ही गन्ना खरीद की जाएगी। शुक्रवार को वह मिल प्रबंधकों की बात भी सुनेंगे। जिस पक्ष की गलती होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद गिरफ्तार किए किसान को छोड़ दिया। किसान को छोड़ने के बाद ही ग्रामीण थाने से अपने घरों को पहुंचे।