Move to Jagran APP

'निर्दोषों के हत्यारे इस्लाम के दुश्मन'

जानसठ : मोहर्रम की पांचवीं तारीख पर शिया समुदाय के लोगों ने जुलजुनाह के साथ मातमी जुलूस निकालकर मातम

By Edited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 01:22 AM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 01:22 AM (IST)
'निर्दोषों के हत्यारे इस्लाम के दुश्मन'

जानसठ : मोहर्रम की पांचवीं तारीख पर शिया समुदाय के लोगों ने जुलजुनाह के साथ मातमी जुलूस निकालकर मातमपुर्सी की। इससे पूर्व मजलिस में धर्म गुरुओं ने कहा कि निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले सच्चे मुसलमान नहीं बल्कि इस्लाम के दुश्मन हैं।

loksabha election banner

गुरुवार को मोहर्रम की पांचवी तारीख पर मोहल्ला रंगमहल में सैयद मोहम्मद के आवास पर हुई मजलिस में शिया धर्म गुरु मौलाना शबीह अब्बास ने करबला के शहीदों को याद करते हुए कहा कि मोहम्मद हुसैन ने धर्म और इंसानियत की रक्षा के लिए अपने साथियों के संग खुदा की राह में कुर्बानी पेश की थी। कुछ लोग इस्लाम के नाम पर निर्दोष लोगों का खून बहा रहे हैं। निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले दहशतगर्द तो हो सकते हैं, लेकिन सच्चे मुसलमान नहीं।

मजलिस के दौरान शिया सोगवारों ने अलम और जुलजुनाह बरामद करने के बाद मातमी जुलूस निकालकर करबला के शहीदों को खिराजे अकीदत पेश की। नगर के मुख्य मार्गो से होता हुआ जुलूस जन्नताबाद स्थित इमामबाड़े पर जाकर समाप्त हुआ। जुलूस के दौरान नोहाख्वानी अरशद अली, बहादुर अली खां व मुनव्वर रजा ने की व संचालन अब्बास अली खां ने किया। दानिश अली, समीर अली, आरिफ हुसैन, वसी हैदर, केसर रजा, हसन कौसर जैदी, अली अथर व गुलाम हैदर आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.