'निर्दोषों के हत्यारे इस्लाम के दुश्मन'
जानसठ : मोहर्रम की पांचवीं तारीख पर शिया समुदाय के लोगों ने जुलजुनाह के साथ मातमी जुलूस निकालकर मातम
जानसठ : मोहर्रम की पांचवीं तारीख पर शिया समुदाय के लोगों ने जुलजुनाह के साथ मातमी जुलूस निकालकर मातमपुर्सी की। इससे पूर्व मजलिस में धर्म गुरुओं ने कहा कि निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले सच्चे मुसलमान नहीं बल्कि इस्लाम के दुश्मन हैं।
गुरुवार को मोहर्रम की पांचवी तारीख पर मोहल्ला रंगमहल में सैयद मोहम्मद के आवास पर हुई मजलिस में शिया धर्म गुरु मौलाना शबीह अब्बास ने करबला के शहीदों को याद करते हुए कहा कि मोहम्मद हुसैन ने धर्म और इंसानियत की रक्षा के लिए अपने साथियों के संग खुदा की राह में कुर्बानी पेश की थी। कुछ लोग इस्लाम के नाम पर निर्दोष लोगों का खून बहा रहे हैं। निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले दहशतगर्द तो हो सकते हैं, लेकिन सच्चे मुसलमान नहीं।
मजलिस के दौरान शिया सोगवारों ने अलम और जुलजुनाह बरामद करने के बाद मातमी जुलूस निकालकर करबला के शहीदों को खिराजे अकीदत पेश की। नगर के मुख्य मार्गो से होता हुआ जुलूस जन्नताबाद स्थित इमामबाड़े पर जाकर समाप्त हुआ। जुलूस के दौरान नोहाख्वानी अरशद अली, बहादुर अली खां व मुनव्वर रजा ने की व संचालन अब्बास अली खां ने किया। दानिश अली, समीर अली, आरिफ हुसैन, वसी हैदर, केसर रजा, हसन कौसर जैदी, अली अथर व गुलाम हैदर आदि मौजूद रहे।