मंदिर निर्माण को लेकर राजनीति
जानसठ: कवाल में महर्षि वाल्मीकि मंदिर निर्माण पर रोक लगते ही भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं। निर
जानसठ: कवाल में महर्षि वाल्मीकि मंदिर निर्माण पर रोक लगते ही भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय हो गए हैं। निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग करते हुए दर्जनों लोग एसडीएम से मिले। एसडीएम ने जांच के बाद अगली कार्यवाही की बात कही। सोमवार को पूर्व प्रमुख जानसठ वीरेंद्र सिंह, विक्रम सैनी, डॉ. सतीश खटीक, जगदीश, वीर सिंह, राजू, चंद्रबोस, लूसा, पिंटू, जगरोशन आदि एसडीएम उमेश कुमार मिश्र से मिले। उक्त लोगों का कहना था कि महर्षि वाल्मीकि मंदिर का निर्माण 1999 में हुआ था। काफी पुराना होने के कारण मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया है। मंदिर का जीर्णोद्वार करा रहे हैं न कि नए मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। भाजपाइयों ने प्रशासन की कार्रवाई को गलत और एकपक्षीय बताया।
प्रशासन ने जांच के बाद निर्माण कार्य शुरू कराने का आश्वासन दिया है लेकिन भाजपाइयों मंगलवार से हर सूरत में निर्माण कार्य शुरू करने की चेतावनी दी है। दूसरी ओर मंदिर निर्माण की शिकायत करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो वह मामले को लेकर उच्च अधिकारियों तक पहुंच गए हैं और उन्होंने भी किसी सूरत में मंदिर निर्माण कार्य न होने देने की बात कही है।
इन्होंने कहा...
मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद ही अगली कार्यवाही होगी। - उमेश कुमार मिश्र, एसडीएम जानसठ।