सामाजिक बुराई के खात्मे को लड़कियों की तालीम जरूरी
मुजफ्फरनगर : दारुल उलूम देवबंद के नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक संभली ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा से ही सामाजिक बुराइयों का खात्मा संभव है। मदरसों के छात्र सच्चे देशभक्त होते हैं, पढ़ाई के दौरान उनके मन में मुल्क से मोहब्बत करने का जज्बा भरा जाता है।
मदरसा जामिया आयशातुल सिद्दीका लिल बनात नगला राई में बुखारी शरीफ के आगाज के मौके पर मौलाना संभली ने कहा कि एक लड़की को पढ़ाना ऐसा है जैसा एक पीढी को पढ़ाना। उन्होंने बुखारी शरीफ और साल चहारूम की छात्राओं को जलालैन शरीफ का पहला सबक पढ़ाकर दोनों पवित्र किताबों को शुरु कराया। उन्होंने बुखारी खरीफ की फजीलत पर गहरी रोशनी डाली। उन्होंने जामिया की शैक्षिक व तामीरी गतिविधियों को भी सराहा और मदरसा के अध्यक्ष व जमीयत के प्रदेश सचिव हाजी मौ. फुरकान असअदी के प्रयासों को भी सराहा। मौ. अली बिजनौरी, मौ. मूसा कासमी, मौ. अहसान, शाहनवाज, नाजमा खान, सबिया खानम, आयशा बानो, सायरा बानो, शगुफ्ता, फहमीदा रानी शामिल रहे।