'प्रशासन रोके छेड़छाड़, वरना सोचेंगे'
मुजफ्फरनगर : छेड़छाड़ की घटना को लेकर हिंदू समाज के प्रतिनिधिमंडल ने दो टूक कहा कि बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ होता रहे और वह 'शांति के दूत' बने रहें, ऐसा कतई संभव नहीं होगा। छेड़छाड़ के आरोपियों पर रासुका और सभासद सहित अन्य लोगों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट वापस हो। प्रशासन छेड़छाड़ की घटनाएं रोके अन्यथा समाज को कदम उठाना पड़ेगा।
शनिवार को डीएम-एसएसपी और हिंदू समाज के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञान कुमार ने जाट कालोनी में घटित घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस-प्रशासन एकपक्षीय कार्रवाई पर उतारू है। युवकों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की बजाय पुलिस ने उन्हें थाने से छोड़ दिया। उल्टे युवकों को बचाने और पुलिस को सूचना देने वाले सभासद वीरेंद्र मुन्ना व अन्य निर्दोष लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
किसान नेता अशोक बालियान ने कहा कि छेड़छाड़ की घटनाओं से बच्चियों का स्कूल जाना दूभर हो गया है। हम जिले में अमन चैन चाहते हैं, लेकिन बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ कतई सहन नहीं करेंगे। हर बार पुलिस प्रशासन बहुसंख्यक समाज को दबाने का काम करता है।
युवा जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मबीर बालियान ने कहा कि समाज जिला प्रशासन के सामने इंसाफ की भीख मांगते-मांगते थक चुका है। अगर छेड़खानी की घटनाएं नहीं रुकी तो समाज अगला कदम उठाने के लिए मजबूर होगा।
नगर पालिका चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि सभासद वीरेंद्र सिंह उर्फ मुन्ना जिम्मेदार व्यक्ति हैं और निर्दोष हैं। उनके खिलाफ झूठा मुकदमा वापस होना चाहिए। प्रदीप बालियान, उमेश मलिक, उदयवीर सिंह, डा. राजमोहन, हरीश अहलावत, जगदीश बालियान, राजबीर सिंह, राजबाला, बलजोर सिंह, सुक्रमपाल सिंह, विकास बालियान, रामपाल वर्मा, लवराज, गजेंद्र सिंह ने कहा कि छेड़छाड़ की घटनाओं के लिए सीधे तौर पर पुलिस-प्रशासन का ढुलमुल रवैया जिम्मेदार है। वार्ता में पूर्व विधायक अशोक कंसल, संजय अग्रवाल, श्रीमोहन तायल आदि मौजूद रहे।
'छेड़खानी के झूठे इल्जाम में कब तक पिटते रहें'
मुजफ्फरनगर : डीएम से मिले मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि छेड़खानी के झूठे इल्जाम को लेकर कब तक उनके बेटे बदनामी झेलकर पिटते रहेंगे। प्रशासन को हर हाल में निष्पक्ष कार्रवाई करनी होगी। अगर छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज हुई तो वह भी चुप बैठने वाले नहीं हैं। शनिवार को डीएम-एसएसपी के संग मुस्लिम प्रतिनिधियों की बैठक हुई।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल गौहर सिद्दीकी ने कहा कि बहन-बेटियां सभी के घरों में हैं। इस तरह की घटनाओं से समाज में सद्भाव बनाने की पहल को धक्का लगता है। कानून हाथ में लेने का अधिकार लोगों को किसने दिया है। समाज के जिम्मेदार लोगों को आगे आकर गलत को गलत और सही को सही कहना होगा। राशिद अल्वी ने कहा कि इस घटना में निष्पक्ष कार्रवाई हो। घटना की सच्चाई जनता के सामने लाई जाये। सभासद असद जमां ने कहा कि मुस्लिम समाज को पुलिस-प्रशासन की जांच पर यकीन है। प्रशासन निष्पक्ष कदम उठाये और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
वसी अंसारी, दिलशाद, इकराम, कारी जाकिर, आमिर अंसारी, अब्दुल, शमशाद, सुन्नू आदि ने कहा कि जाट समाज के लोगों ने छेड़खानी के नाम पर मुस्लिम युवकों से मारपीट की। जो निंदनीय है।
दोषी हैं तो सजा मिले: हाजी सलीम
कथित तौर पर छेड़छाड़ की घटना के बाद एक युवक के पिता हाजी सलीम ने डीएम-एसएसपी से कहा, जांच में अगर उनके बेटे दोषी हैं तो वह हर सजा भुगतने को तैयार हैं, लेकिन घटना झूठी होने पर मारपीट के आरोपियों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।