नशे में मिले संप्रेक्षण गृह के तीन किशोर
मुजफ्फरनगर : राजकीय संप्रेक्षण गृह के निरीक्षण के दौरान तीन किशोरों के नशे में मिलने पर बालक अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य ने नाराजगी जताई। उन्होंने कुछ किशारों की आयु निर्धारित से अधिक होने की आशंका जताते हुए जांच की जरूरत बतायी। निर्देशित किया कि संप्रेक्षण गृह पर किसी भी होमगार्ड की ड्यूटी एक माह से अधिक नहीं लगाई जाये।
उप्र. बालक अधिकार सरंक्षण आयोग सदस्य रविन्द्र कुमार चौहान ने शुक्रवार को नगर में पहुंचकर राजकीय संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संप्रेक्षण गृह में मौजूद तीन किशोरों की गतिविधियां देखकर उनके नशे में होने का संदेह जताया।
आयोग सदस्य रविन्द्र चौहान ने संप्रेक्षण गृह में मौजूद किशोरों के नशा करने को गंभीरता से लेते हुए संप्रेक्षण गृह के प्रभारी व अन्य अधिकारियों से नाराजगी जताई। उन्होंने ऊंची कद-काठी देखकर कुछ किशोरों की आयु पर भी अंगुली उठाई। कहा कि लगता नहीं कि ये निर्धारित आयु से कम के बालक हैं।
उन्होंने मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि संप्रेक्षण गृह पर किसी भी होमगार्ड की ड्यूटी एक माह से अधिक न ली जाए। इस मौके पर बीएसए कौस्तुभ कुमार, प्रभारी सहायक अधीक्षक अतुल सैनी, सीडल्यूसी सदस्य डा. गीता शर्मा आदि मौजूद रहे।