मुजफ्फरनगर के मदरसे में 10 वर्षीय छात्र को जंजीर से बांधकर दी यातनायें
मदरसे में 10 वर्षीय एक छात्र को तीन दिन तक जंजीर में बांधकर रखा गया। इससे आजिज छात्र आत्महत्या के इरादे से मदरसे से भाग गया। बाद में परिजन उसे अपने साथ ले गये।
मुजफ्फरनगर (जेएनएन)। इस्लामिक शिक्षा के लिए मशहूर गांव फुलत के मदरसा शाह-एह-उल्लाह में मंगलवार को उजागर हुई अमानवीय घटना ने शर्मसार कर डाला। मदरसे में 10 वर्षीय एक छात्र को तीन दिन तक जंजीर में बांधकर रखा गया। इससे आजिज छात्र आत्महत्या के इरादे से मदरसे से भाग गया। बाद में परिजन उसे अपने साथ ले गये। परिजनों का कहना है कि नशे की लत छुड़ाने और भागने से रोकने के लिये उसके साथ सख्ती की गई।
फुलत में मदरसा शाह एह उल्लाह है। मंगलवार सुबह आठ बजे गांव फुलत में ग्रामीण रजवाहा के पास सुबह की सैर को जा रहे थे। यहां 10 वर्षीय बालक के दोनों पैरों जंजीर बंधी देखी तो चौंक गए। पूछताछ की तो उसने अपना नाम शाहवेज पुत्र मुरसलीन निवासी नावला बताया। उसने बताया कि वह फुलत के मदरसा शाह एह उल्लाह में इसी 4 दिसंबर को ही दाखिला हुआ है। उसे मदरसे में तीन दिन से जंजीर से बांधकर रखा गया और पिटाई भी की गई। वह रजवाहे में कूदकर आत्महत्या करने जा रहा है।
दलित समाज के कुछ लोग उसे समझाकर फुलत ले गये और परिजनों को सूचना दी। परिजन छात्र को मदरसे लेकर पहुंचे और घटना के बारे में पूछताछ की। लोगों की सूचना पर रतनपुरी थाना पुलिस ने मदरसे पहुंचकर मामले की जानकारी ली। मुरसलीन ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा गलत संगत में पड़कर नशा करने लगा था। कभी-कभी वह घर से भाग जाता है। चार दिसंबर को उसका मदरसे में दाखिला कराया गया। यहां से भी उसने कई बार भागने की कोशिश की। इस संबंध में मदरसे के शिक्षक ने उन्हें सूचित किया। उन्होंने मदरसे के शिक्षक से उसे बांधकर रखने को कहा था।
इन्होंने कहा....
परिजनों के कहने पर छात्र की निगरानी की गई। वह पढऩे से कतरा रहा था और रात-दिन मदरसे से भागने की फिराक में रहता था। उसके परिजनों ने उसे मदरसे में बांधकर रखने को कहा था। उस पर थोड़ी सख्ती की गई। सुबह वह बिना बताए मदरसे से भाग गया। अब परिजन उसे अपने साथ ले गए।
-मुफ्ती इरफान, मदरसा संचालक
ग्रामीणों ने पुलिस कंट्रोल रूम पर मदरसे से छात्र के जंजीर सहित भागने की सूचना मिली थी। पुलिस ने मौके पर पड़ताल की। इस संबंध में छात्र के परिजनों ने शिकायत नहीं की है। परिजनों ने पुलिस को लिखकर दिया कि उनका बच्चा गलत संगत में पड़कर नशा करने लगा है। उसे चार दिसंबर को मदरसे में दाखिला कराया गया। वह वहां से भी भागने की फिराक में था। मंगलवार की सुबह वह भाग गया। बालक के साथ ऐसा कृत्य नहीं होना चाहिए। -विजय सिंह, इंस्पेक्टर