फिक्स मैच की फील्डिंग में भी शलिता सिंह को 'वॉक ओवर'
मुरादाबाद समाजवादी पार्टी की जिला पंचायत अध्यक्ष शलिता सिंह के खिलाफ दाखिल किया गया अविश्वास प
मुरादाबाद
समाजवादी पार्टी की जिला पंचायत अध्यक्ष शलिता सिंह के खिलाफ दाखिल किया गया अविश्वास प्रस्ताव कोरम पूरा ने होने पर निरस्त हो गया। शलिता को भाजपा सांसद कुंवर सर्वेश कुमार सिंह का भी समर्थन हासिल था।
जिला पंचायत में कुल 34 सदस्य है जिनमें सपा सदस्यों की संख्या 13 बताई जाती है। जबकि अविश्वास प्रस्ताव 19 सदस्यों ने दाखिल किया था। सपा को शलिता की कुर्सी बचाने के लिए 18 सदस्यों की दरकार थी। जिसके लिए उन्हें भाजपा व बसपा के सदस्यों का सहारा लेना पड़ा। इसमें भाजपा सांसद कुंवर सर्वेश सिंह व बसपा सदस्यों ने भी पर्दे के पीछे से सपाइयों की मदद की। फिलवक्त प्रस्ताव निरस्त होने से एक साल तक के लिए शलिता की कुर्सी खिसकने का खतरा टल गया है।
सपाइयों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने पर जिला अध्यक्ष एवं विधायक हाजी इकराम कुरैशी का कहना है कि ये सब मेरे संज्ञान में नहीं आया। उन्होंने फैसले का स्वागत किया है। जबकि भाजपाइयों ने इससे दूरी बनाए रखने की बात कही है।
....................
अविश्वास प्रस्ताव-
13 जनवरी, 2016 को शलिता सिंह ने शपथ ग्रहण की थी। इस चुनाव में उनका सीधा मुकाबला बसपा के अरुण कुमार से हुआ था। कांटे के चुनाव में शलिता को 18 व अरुण को 16 वोट मिले थे। तब बसपा व भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था।
---------------
प्रस्ताव निरस्त होने का पहले से था अंदाजा
मुरादाबाद: अविश्वास प्रस्ताव भाजपा व सपा के दो दिग्गजों की मूंछ का सवाल बन गया था। जिसका हाल जानने के लिए सपाइयों का जमावड़ा लगा रहा। उधर कमान संभालने वाले पूर्व मंत्री जगराम सिंह व संजीव यादव सुबह से ही अविश्वास प्रस्ताव निरस्त होने के लिए मुतमइन नजर आ रहे थे।
सपाइयों को इसका आभास पहले से ही था। पूर्व मंत्री जगराम सिंह व जिला महामंत्री संजीव यादव समर्थकों के संग लगभग नौ बजे ही जिला पंचायत के मुख्य द्वार पर पहुंच गए। दोनों ने गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी। लगभग 11:00 बजे विधायक हाजी इकराम कुरैशी, मोहम्मद फहीम व धर्मेद्र यादव समेत अन्य कार्यकर्ता भी पहुंच गए।
.....................
दो बार कराई मुनादी-
अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक का समय सुबह 10.30 से 12.30 तक निर्धारित किया गया था। साढ़े दस बजे तक सदस्यों के न पहुंचने पर अध्यक्ष न्यायाधीश हरवीर सिंह ने पुलिस के जरिए मुनादी कराई। जिसमें 11.00 बजे तक पहुंचने का आह्वान किया गया। निर्धारित समय पर भी सदस्य नहीं पहुंचे तो उन्होंने 12.00 बजे तक का समय निर्धारित किया। लेकिन इस अवधि तक भी कोई सदस्य नहीं पहुंचा तो 12.30 तक पहुंचने की मुनादी कराई गई। लेकिन निर्धारित अवधि तक भी सदस्य बैठक में उपस्थित नहीं हुए।
...................
निरस्तीकरण का चस्पा कराया नोटिस
-एडीजे तृतीय हरवीर सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव निरस्त करते हुए नोटिस चस्पा कराया। इसके बाद ही कार्यवाही समाप्त कर दी गई।
------------
भाजपा नेता दूर से लेते रहे जानकारी
-अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सुबह 10.30 बजे से एक बजे तक चली कार्यवाही में भाजपाई दूर-दूर तक नजर नहीं आए। बसपाई भी इससे दूर रहे। सियासतदाओं का कहना है कि भाजपाई एक होटल में बैठकर गतिविधियों का जायजा लेते रहे। जबकि बसपाइयों ने अपनी सेक्युलर राजनीति कायम रखते हुए किनारा रखा। भाजपा इसका लाभ उठाने में भी नाकाम रही। सपा के नाराज विधायकों का लाभ भी भाजपाइयों को नहीं मिल सका।
---------------------
सपाइयों ने मिठाई बांट कर मनाया जश्न
जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ दाखिल अविश्वास प्रस्ताव निरस्त होने का जश्न सपाइयों ने मिठाई बांटकर मनाया। एक दूसरे को बधाई दी। शांति व सहमति से कार्य निपटने पर प्रशासनिक अधिकारियों का आभार जताया। जिला पंचायत सदस्य हाजी मुहम्मद उस्मान, मुहम्मद अफजाल, बब्बू लंबरदार, अनीस चौधरी, रन सिंह, विजयवीर यादव, धर्मेद्र यादव, जरीफ मलिक, मुहम्मद शमीम ने शलिता सिंह को मुबारकबाद दी।