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मेरिट लिस्ट ने बढ़ाई कालेजों की परेशानी

मुरादाबाद : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली कालेजों के लिए परेशानी

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Aug 2017 03:12 AM (IST)Updated: Thu, 17 Aug 2017 03:12 AM (IST)
मेरिट लिस्ट ने बढ़ाई कालेजों की परेशानी
मेरिट लिस्ट ने बढ़ाई कालेजों की परेशानी

मुरादाबाद : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली कालेजों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। पंजीकरण से लेकर दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने तक प्रत्येक स्तर पर गड़बड़ी सामने आई है। सोमवार को जारी की गई मेरिट लिस्ट में बुधवार की सुबह फिर से बदलाव कर दिया गया। इसके कारण ¨हदू कालेज में प्रवेश प्रकिया शुरू नहीं हो पाई। वहीं अन्य कालेजों में भी शिक्षक और विद्यार्थी परेशान हुए। ऐसे में कालेजों के समक्ष तीन दिन में ही सभी प्रक्रियाओं को संपन्न कराना बड़ी चुनौती बन गई है।

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सोमवार को जारी की गई सूची पर यूजीटी-2 लिखा हुआ था। बुधवार को बताया गया कि इसका अर्थ लिस्ट को टेस्ट करना था। शिक्षकों का कहना है कि विवि द्वारा लिस्ट को ऑनलाइन टेस्ट करने का तरीका समझ से परे है। क्योंकि इसकी कहीं भी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई।

विद्यार्थियों के पहुंचने पर हुई बदलाव की जानकारी

¨हदू कालेज व एमएच कालेज में मंगलवार को ही लिस्ट डाउनलोड कर ली गई थी। बुधवार को जब छात्र प्रवेश के लिए पहुंचे तो उनके नाम ऑफर लेटर में थे, लेकिन लिस्ट में नहीं थे। काफी माथापच्ची के बाद लिस्ट बदलने की जानकारी हुई। ¨हदू कालेज प्रशासन ने नई लिस्ट डाउनलोड कर उसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड कराया। लेकिन समय ज्यादा लगने से प्रवेश नहीं हो पाए। एमएच कालेज में 30 विद्यार्थियों के ही प्रवेश किए गए।

नई आइडी से पुराने ऑफर लेटर

विवि द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी के लिए नए आइडी और पासवर्ड जारी किया गया है। केजीके कालेज में पहुंचे बहुत से छात्रों द्वारा नई आइडी से ऑफर लेटर निकाला गया था, लेकिन उस पर प्रवेश की अंतिम तिथि 10 अगस्त अंकित थी।

प्रवेश के पुराने आदेश को बदला

विवि द्वारा बीकॉम में प्रवेश नियमावली को आधार बनाते हुए पहले वाणिज्य विषय के छात्रों को प्रवेश के लिए वरीयता दी गई थी। साथ ही गणित, अर्थशास्त्र विषय के विद्यार्थियों को प्रवेश न देने के निर्देश दिए थे। बुधवार को अपने आदेश को पलटते हुए विवि अधिकारियों ने गणित, अर्थशास्त्र के साथ वोकेशनल विषय के छात्रों को भी प्रवेश के लिए अनुमति दे दी।

कटऑफ गिरने से राहत

ब धवार को जारी की गई मेरिट लिस्ट सोमवार की अपेक्षा कम कटऑफ पर रही। शिक्षकों का कहना है कि सोमवार को परसेंट और परसेंटाइल का सही नियोजन न होने से कटऑफ ऊंची थी।

इनसेट..

कालेजों में बनेंगे पूछताछ और शिकायत केंद्र

प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि निजी कालेज संचालक छात्रों के घर तक पहुंचकर प्रवेश सुनिश्चित कर रहे हैं, जबकि अशासकीय कालेजों में छात्रों को सही तरीके से जानकारी भी नहीं दी जा रही। इस स्थिति को सुधारने के लिए कालेजों में पूछताछ और शिकायत केंद्र बनाने का नोटिस जारी किया जाएगा। इस पर अमल कराने के लिए लिखित में जवाब भी मांगा जाएगा।

------------------------ वर्जन..

सोमवार रात 11 बजे दूसरी मेरिट लिस्ट अपलोड हुई है। दिन में टेस्टिंग चल रही थी। हम वेबसाइट पर फ्लैश कर रहे थे कि इसे डाउनलोड मत कीजिए। ¨हदू कालेज की कॉमर्स की लिस्ट समाप्त हो गई है। व्यावसायिक कॉमर्स वालों को प्रवेश नहीं दे रहे थे तो उन्हें व्यावसायिक वालों को कॉमर्स में ही ट्रीट करने को कहा है। उसके बाद अपग्रेड कर गणित वालों को मौका दिया जाएगा। कुछ छात्रों ने पहले के ऑफर लेटर निकाल लिए हैं। बुधवार को 16 से 20 तारीख के ही ऑफर लेटर निकले हैं। कालेज शनिवार को फीस जमा करा लें और रविवार को सीट लॉक सकते हैं। शेड्यूल बनाना कालेज के ऊपर है।

डॉ. नीलिमा गुप्ता, समन्वयक, ऑनलाइन प्रवेश समिति।

ऑफर लेटर निकल आया है, लेकिन प्रवेश फॉर्म सत्यापित नहीं हो पा रहा है। सुबह से चक्कर लगा रहीं हूं। अब पता चला है कि लिस्ट बदल गई है।

काजल प्रजापति, बीकॉम प्रथम वर्ष।

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ऑफर लेटर निकाला था तो पता चला कि मेरिट लिस्ट बदल गई है। अब दूसरा ऑफर लेटर निकालना पड़ेगा। धूप में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।

मेघा, बीकॉम प्रथम वर्ष।

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14 अगस्त को जारी की गई लिस्ट में नाम नहीं था। अब विश्वविद्यालय द्वारा भेजी गई सूची में नाम आ गया है। एमएच कालेज में फीस भी जमा करा दी है।

उपासना, बीए प्रथम वर्ष।

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कुछ बच्चे बाद में फॉर्म लेकर आए थे, उन्हें प्रवेश दिया गया है। हमारे पास प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के लिए तीन दिन बचे हैं। छात्रहित में रविवार को भी कालेज खोला जाएगा।

डॉ. एके अग्रवाल, प्राचार्य, ¨हदू कालेज।

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विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति की अनुभवहीनता के कारण कालेजों को परेशानियां झेलनी पड़ रहीं हैं। विवि अशासकीय महाविद्यालयों को कमजोर कर रहा है। मेरिट लिस्ट बनाने में परसेंट और परसेंटाइल में समस्या आती है। अब परसेंटाइल के आधार पर लिस्ट बनने से कटऑफ में गिरावट आई है। सत्र में विलंब होता है तो विश्वविद्यालय को पूरा दायित्व उठाना चाहिए।

डॉ. विशेष गुप्ता, प्राचार्य, एमएच कालेज

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