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मौत को गले लगाने के समान, सड़क पर हेडफोन व मोबाइल का इस्तेमाल

मुरादाबाद: हेडफोन लगाकर सड़कों पर घूमना, रेलवे ट्रैक पार करना एक फैशन सा बन गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 11:20 AM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 11:20 AM (IST)
मौत को गले लगाने के समान, सड़क पर हेडफोन व मोबाइल का इस्तेमाल
मौत को गले लगाने के समान, सड़क पर हेडफोन व मोबाइल का इस्तेमाल

मुरादाबाद: हेडफोन लगाकर सड़कों पर घूमना, रेलवे ट्रैक पार करना या दोपहिया और चार पहिया वाहन और यहा तक कि साइकिल या रिक्शा चलाना फैशन बन गया है। एक अध्ययन में पता चला है कि भारत में प्रत्येक 10 में से 3 व्यक्ति वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करते हैं या गाने सुनते हैं। ऐसे लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसे हालात में लोगों को खुद भी जागरूक होना होगा और पुलिस को भी खुद की भूमिका से न्याय करना होगा। इसलिए हो जाते हैं हादसे

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ट्रैफिक इंस्पेक्टर धमर्ेंद्र सिंह राठौर बताते हैं कि वाहन पर बैठते ही चालकों की मानसिकता में अचानक परिवर्तन हो जाता है। अधिकाश युवा चालक रफ्तार से बाइक चलाते हैं। वे न सिर्फ मोबाइल पर बात करते हैं बल्कि ईयर फोन लगाकर गाने भी सुनते हैं। जबकि बंद कार में तेज आवाज में गाने सुनने का प्रचलन भी बढ़ा है। इतना ही नहीं सड़क पर पैदल चलते वक्त भी कुछ राहगीर ईयर फोन लगाए रहते हैं। ईयर फोन, मोबाइल अथवा कार में तेज आवाज में गाने सुनने के दौरान चालक आसपास की परिस्थितियों का आकलन नहीं कर पाता। इससे सड़क हादसे हो जाते हैं। अब तो आखें खोलिए

छह माह पूर्व कटघर थाना क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस की छानबीन में पता चला कि युवक ईयर फोन लगाकर ट्रैक पार कर रहा था। ऐन वक्त ट्रेन आ गई। युवा बरत रहे लापरवाही

पेशे से शिक्षक मपिल मलिक कहते हैं कि युवा अपनी जान हथेली पर लेकर सड़क पर उतर रहे हैं। यह खतरनाक प्रवृत्ति है। इससे बचना होगा। दोपहिया, चार पहिया वाहन के अलावा पैदल यात्रा करने के दौरान ईयर फोन, मोबाइल अथवा तेज आवाज में गाने सुनने से बचना होगा। तभी हादसे टाले जा सकते हैं। स्कूल में बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी सतत दी जाती है। नियमों की अनदेखी बन जाती है जानलेवा

पीएमएस स्कूल के प्रधानाचार्य मैथ्यूज का कहना है कि सड़क पर यातायात नियमों का अनुपालन जरूरी है। इसकी अनदेखी खुद की जान के लिए घातक है। इसे सभी को समझना होगा। छात्रों को किया जा रहा है जागरूक

आरआरके स्कूल की प्रिंसिपल वंदना छाबड़ा का कहना है कि यातायात नियमों के अनुपालन के लिए छात्रों को जागरूक किया जाता है। उन्हें सड़क पर चलने के तौर तरीके बताए जाते हैं। पुलिस को बरतनी चाहिए सख्ती

यात्रा के दौरान मोबाइल फोन अथवा ईयर फोन का इस्तेमाल बेहद घातक है। ट्रैफिक पुलिस की मदद से छात्रों को जागरूक किया जाता है। उन्हें परिजनों को भी यातायात नियमों का पालन कराने के लिए प्रेरित किया जाता है।

-मंजू अग्रवाल, गोल्डन गेट स्कूल यात्रा के दौरान रहें सचेत

इसमें कोई दो राय नहीं कि ईयर फोन का इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति युवाओं में बढ़ी है। यात्रा के दौरान यह खतरनाक है। इससे बचना होगा।

सुरेंद्र सिंह, प्रिंसिपल केसीएम चार सौ टेंपो की पुलिस ने कराई पेंटिंग

मुरादाबाद की यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध ट्रैफिक पुलिस शुक्रवार तक चार सौ टेंपो की पेंटिंग करा चुकी है। यातायात निरीक्षक के मुताबिक शहर को चार जोन में बाटा गया है। पीले रंग की टेंपो सिविल लाइन से काठ रोड तक, ग्रीन रंग की टेंपो दिल्ली रोड, नीले रंग की टेंपो कटघर रोड व लाल रंग की टैंपो सम्भल रोड पर यात्रा करेगी। शुक्त्रवार को शहर के इंपीरियल तिराहा, सम्भल चौराहा, किला गेट व काशीराम गेट पर टेंपो की पेंटिंग कराई गई।


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