समस्याओं के समर्पण पर समाधान का 'अर्पण'
मुरादाबाद : रेलवे ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए आनलाइन व्यवस्था शुरू की
मुरादाबाद :
रेलवे ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए आनलाइन व्यवस्था शुरू की है। रेलवे की ओर से शुरू किया गया अर्पण पोर्टल कर्मचारियों बकाया का स्वत: गुणा भाग कर बैंक को भुगतान का आदेश दे देगा। इस सिस्टम की मदद से मंडल भर के 31 दिसंबर 15 से पहले सेवानिवृत्त दस हजार से अधिक कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। रेलवे बोर्ड ने अर्पण सिस्टम व पोर्टल सभी रेल मंडल में लागू करने का आदेश दिया है।
देश भर में लाखों की संख्या में सेवानिवृत्त कर्मी लेखा विभाग की लापरवाही के कारण परेशान हैं। किसी को वर्षो से बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ है तो किसी पेंशन पेमेंट आर्डर (पीपीओ) नहीं मिलने से कई सालों से पेंशन नहीं मिल पा रही है। कुछ कर्मियों पेंशन ही कम मिल रही है। इनकी शिकायत पर रेलवे प्रशासन रटा रटाया जवाब मामला पुराना है और रिकार्ड उपलब्ध नहीं है देता है। मुरादाबाद रेल मंडल में इस प्रकार की समस्या से दस हजार से अधिक सेवानिवृत्त कर्मचारी जूझ रहे हैं। कुछ तो 1996 से पूर्व सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
रेलवे बोर्ड ने ऐसे कर्मियों को राहत देने के लिए अर्पण सिस्टम व पोर्टल शुरू किया है। 31 दिसंबर 2015 से पहले सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी किसी प्रकार का बकाया राशि का दावा करते हैं और रेलवे के पास उनका रिकार्ड उपलब्ध नहीं है तो सिस्टम कर्मचारियों के दावे को सही मान लेगा। इसके बाद बकाया राशि का भुगतान, संशोधित पेंशन भुगतान का आर्डर सीधे बैंक भेज देगा। महंगाई भत्ता, नए वेतनमान के आधार पर पेंशन का आदेश मिलते ही सिस्टम गणना कर सेवानिवृत्त कर्मियों को भुगतान करने का आदेश सीधे बैंक को भेज देगा। एक जनवरी 2016 से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों का संपूर्ण रिकार्ड मैनुअल तैयार कर सिस्टम जोड़ा जाएगा। जिससे उक्त सेवानिवृत्त कर्मियों को इसका लाभ मिलेगा।
प्रवर मंडल वित्त व लेखा प्रबंधक वीर सिंह यादव ने बताया कि अर्पण सिस्टम अगस्त से काम करना शुरू कर देगा। अर्पण पोर्टल पर सेवानिवृत्त कर्मचारी आनलाइन आवेदन कर सकते है। अगर कोई कर्मचारी लेखा विभाग को आवेदन देता है तो लेखा विभाग आवेदन को सिस्टम पर डाउनलोड कर देगा। इसके के बाद सेवानिवृत्त कर्मियों भुगतान के लिए भाग-दौड़ करने की आवश्यकता नहीं होगी।