धर्मनिर्पेक्ष के सहारे टटोली जनता की नब्ज
प्रेमपाल सिंह, मुरादाबाद उप्र में 27 वर्ष से सत्ता से दूर कांग्रेस की नजर अब सत्ता की ओर है। सिने
प्रेमपाल सिंह, मुरादाबाद
उप्र में 27 वर्ष से सत्ता से दूर कांग्रेस की नजर अब सत्ता की ओर है। सिने स्टार और राज्यसभा सदस्य राजबब्बर को भले ही पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) का सदर बनाकर जिम्मेदारी सौंपी है लेकिन उप्र में प्रचार की कमान वरिष्ठ कांग्रेसी और गांधी परिवार के नजदीकी संजय सिंह के हाथों में है। वरिष्ठ नेताओं में शुमार गुलाब नबी आजाद को प्रदेश प्रभारी बनाकर सत्ता हासिल करने उप्र का हाल जानने भेजा है। शनिवार रात पहुंची यात्रा में प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर का क्रेज रहा। उप्र की सत्ता हासिल करने के लिए भले ही राज्यसभा सदस्य पर सदर का खिताब है लेकिन पहले दस जनपद से खास ताल्लुक रखने वालों को ही तरजीह दी गई। भले ही इसे रणनीति मान ली जाए या वरिष्ठता का ख्याल। इससे अवाम को तो कुछ पता नहीं है, पर खास के लिए अहम है कि वरिष्ठ कांग्रेसी अब दोबारा से कांग्रेस को मजबूत करने के लिए निकले हैं। इसी का आलम था कि यात्रा में जगह जगह पर स्वागत और युवा से लेकर वरिष्ठ कांग्रेसजनों के चेहरे दिखे। शनिवार रात जीआईसी मैदान में जनसभा हो या फिर रविवार को सुबह बुलाई प्रेस कांफ्रेंस। इनमें वरीयता संजय सिंह और गुलाब नबी आजाद को ही मिली।
यात्रा में शामिल होने आए वरिष्ठ कांग्रेसजनों में शामिल गुलाम नबी आजाद, संजय सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता मीम अफजल, प्रदेश उपाध्यक्ष राजा रामपाल, राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग अध्यक्ष पीएल पूनिया, पूर्व सांसद जफर अली नकवी, कमल किशोर, चौधरी बिजेंद्र सिंह, प्रदीप माथुर ने रविवार सुबह मुरादाबाद मंडल में सक्रिय और वरिष्ठों में शुमार पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। कई घंटे चली बैठक के बाद प्रेसवार्ता में सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय महासचिव एवं यात्रा के प्रभारी ही बोले। बीते रोज भी जनसभा हो या फिर कार्यकर्ताओं से मुलाकात का सिलसिला इन वरिष्ठों ने ही मुलाकात कर आगामी विधानसभा चुनाव में जुटने की तैयारियों के मंत्र दिये। पत्रकार वार्ता में व्यक्तिगत रूप से किसी का नाम नहीं लिया। प्रधानमंत्री को सिर्फ प्रधानमंत्री ही संबोधित किया। सपा, बसपा और भाजपा को निशाने पर रखा, पर नाम लिये बगैर। बंटवारें की बात और ¨हदू मुस्लिम को अलग करने की बात कही। बार-बार दस जनपद की दुहाई दी। कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए पूरा देश परिवार है, उनके बताये रास्ते पर चल रहे हैं। समाज को बांटने और प्रदेश को स्थिरता देने की बात बार-बार कही।
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एसी बस में सवारी पर नहीं बोले
प्रेसवार्ता के दौरान एसी बस में यूपी का हाल जानने के सवाल पर प्रचार अभियान प्रभारी उखड़ गये। आपा खोते हुए बोले कि एसी आज की जरूरत है। आपको साथ ले सकते हैं, देखते कैसे बगैर एसी के चल लेते हैं। प्रदेश अध्यक्ष आगामी सवालों के जवाब देने से पहले ही पदाधिकारियों के साथ उठ गये और बस में सवार हो गये। बस में सवार होकर पदाधिकारियों से मुलाकात की।
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मुश्किल से सीट तक आ सके राज बब्बर
प्रेसवार्ता के दौरान अफरा-तफरी रही। दो दर्जन सीटें थीं। सभी पदाधिकारी पहले से जम गये। मुश्किल से गुलाम नबी आ सके। प्रदेश अध्यक्ष भी मुश्किल से कार्यकर्ताओं के बीच से निकलकर कुर्सी तक पहुंचे। उनका संतुलन भी बिगड़ा, अन्य ने संभाला।
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राष्ट्रीय प्रवक्ता को मुश्किल से मिली कुर्सी
राष्ट्रीय प्रवक्ता मीम अफजल को भी कुर्सी मुश्किल से मिल सकी। एक किनारे पर पड़ी कुर्सी पर जाकर बैठे। सबसे पहले प्रदीप माथुर ने कुर्सी संभाली।
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फोटो..रो पड़ी पूनम कश्यप
कांग्रेस महिला सेवादल की अध्यक्ष पूनम कश्यप प्रदेश अध्यक्ष से नहीं मिल सकी। मुश्किल से जब पास पहुंची तो कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की कर दी। इस दौरान उनके आंसू निकल पड़े। बस के अंदर से कार्यकर्ताओं का अभिवादन कर रहे प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर बस से नीचे उतरे और मुलाकात की। उन्होंने हालचाल पूछा और संगठन को मजबूत करने की बात कही।