झपकी ने ले ली दो की जान
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : दिल्ली हाईवे पर मझोला थानाक्षेत्र के पास स्थित गुरुद्वारे से कुछ दूरी
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : दिल्ली हाईवे पर मझोला थानाक्षेत्र के पास स्थित गुरुद्वारे से कुछ दूरी पर पेड़ से एक कार टकरा गई। इस घटना में ड्राइवर और एक युवती की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कार में सवार एक अन्य युवती और युवक घायल हो गए। घायलों को दिल्ली रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कार में सवार लोग ऊधम सिंह नगर में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। घटना तड़के चार बजे की है।
ऊधम सिंह नगर स्थित गदरपुर आवास विकास निवासी सुरेंद्र छाबड़ा की मिठाई की दुकान है। उनके परिवार में पत्नी शशी, बेटी सोनम व नैंसी (24) तथा एक बेटा आशीष है। सोनम की शादी हो चुकी है जबकि नैंसी दिल्ली की एक निजी कंपनी में काम करती थी। वह शालीमार बाग के पास बने डीडीए के फ्लैट में रहती थी। नैंसी के फुफेरे भाई नितिन की बारात शुक्रवार शाम जानी थी। बारात में शामिल होने के लिए नैंसी सहारनपुर के सुंदर विहार में रहने वाली सहेली सुरभि तथा कंपनी के बॉस (दिल्ली के गणेश विहार निवासी) प्रेम के साथ गदरपुर जाने के लिए आइ-टेन कार से निकली थी। कार दिल्ली के न्यू आनंद विहार निवासी सुरेश चला रहा था। सुबह 4 बजे के करीब कार जीरो प्वाइंट से गुरुद्वारा की ओर आ रही थी। अचानक सुरेश को झपकी आ गई जिससे कार अनियंत्रित होकर तेज आवाज के साथ एक पेड़ से टकरा गई। उसके बाद कार दूसरे पेड़ से टकराती हुई आगे रूक गई। कार का एक तरफ का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। कार के टकराने की आवाज सुनकर आसपास के लोग बाहर आ गए और कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। सूचना पर मझोला पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कार से चारों लोगों को निकाला गया। नैंसी तथा कार चालक सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई। सुरेश के परिवार में पत्नी रोजी व दो बच्चे साहिल और सागर थे। गंभीर रूप से घायल प्रेम व सुरभि को दिल्ली रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां घायलों की हालत देर रात तक गंभीर बनी हुई थी। पोस्टमार्टम के बाद दिल्ली से आई सुरेश की पत्नी रोजी को सुरेश का तथा नैंसी के परिवार वालों को नैंसी का शव सौंप दिया गया।
-----------------------
हादसे की कहानी घायलों की जुबानी
शुक्रवार सुबह हुए हादसे को याद करते ही घायल प्रेम और सुरभि की रूह कांप जाती है। घायलों ने बताया कि देर रात वे दिल्ली से निकले थे, सोचा था कि सुबह जल्दी गदरपुर पहुंच जाएंगे। आराम करने के बाद बारात में शामिल होंगे। लिहाजा चालक को आराम से कार चलाने के लिए तीनों कार में सो गए थे। जबकि चालक तेज गति से कार चला रहा था। अमरोहा पार करने के बाद से दो बार कार अनियंत्रित भी हुई थी। अचानक हुए हादसे के बाद यह जानकारी ही न हो पाई कि क्या हो गया? जब तक वे कुछ समझ पाते, तब तक कार के आसपास भीड़ एकत्र हो गई थी। शव देखते ही वे अचेत हो गए। एक ही पल में मानों क्या से क्या हो गया? देर शाम तक दोनों जिला अस्पताल में बदहवासी की हालत में रहे। वहीं मृतक सुरेश की पत्नी ने बताया कि उनके पति जाने को तैयार नहीं थे लेकिन प्रेम की जिद के कारण वे बिना मन के दिल्ली से गदरपुर के लिए रवाना हुए।
-----------------------
रिश्तेदार लेने आए नैंसी का शव
हादसे के बाद पुलिस ने नैंसी, सुरेश, प्रेम और सुरभि के परिवार वालों को मामले की जानकारी दी। नैंसी का परिवार रिश्तेदार नितिन की शादी में शामिल होने गए थे, लिहाजा परिवार वालों को उसकी मौत की सूचना नहीं दी गई। कुछ दूर के रिश्तेदार ही पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव लेकर गदरपुर रवाना हो गए।